फ़ातिमा बीबी, एक मुसलमान महिला जो बनीं सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज

एक ऐसे देश में जहां औरतें संघर्ष की स्थिति तक नहीं पहुँच पायी हैं, ऐसे में किसी महिला का आगे आना अपने आप में एक गौरव की बात है, आज हम “सिआसत हिंदी” में बात करेंगे ऐसी ही एक शख्सियत के बारे में. उनका नाम है फ़ातिमा बीबी.

जस्टिस एम. फातिमा बीबी 1989 में भारत की पहली महिला जज बनीं. भारत ही नहीं पूरे एशिया में वो इस पोस्ट पर आने वाली पहली महिला थीं.
फ़ातिमा बीबी का जन्म 30 अप्रैल 1927 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ. पथानाम्थित्ता, केरल में पैदा हुईं फ़ातिमा के पिता का नाम मीर साहिब और माँ का नाम ख़दीजा बीबी था. उन्होंने अपनी शुरुवाती पढ़ाई अपने पैदाइश के शहर से की थी और बाद में त्रिवेंद्रम से बी.एस.सी. की पढ़ाई की. थिरुवनंतपुरम से फ़ातिमा ने बी.एल. की डिग्री प्राप्त की.

1989 में राजीव गाँधी सरकार में इन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया और ये तब पहला मौक़ा था कि किसी महिला को हिन्दुस्तान में जज बनाया गया हो.
1997 से 2001 के बीच वो तमिल नाडू की गवर्नर भी रहीं.

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