फ़िर्का वाराना ताकतों को रोकना सबसे बड़ी चैलेंज : लालू

भाजपा पार्टी नहीं, आरएसएस का मुखौटा है। मुल्क तोड़ने के लिए यह पार्टी अमादा है, लेकिन मैं जीते जी ऐसा होने नहीं दूंगा। मजकुरह बातें राजद के क़ौमी सदर लालू प्रसाद यादव ने चकाई में कहीं। मिस्टर यादव एसके हाइ स्कूल मैदान में पीर को जमुई लोकसभा इलाक़े से पार्टी उम्मीदवार के हिमायत में इंतिखाबी सभा को खिताब कर रहे थे।

उन्होंने भाजपा पर निशाना लगाते हुए कहा कि इस वक़्त फ़िर्का वाराना ताकतों को रोकना मुल्क के लिए सबसे बड़ी चैलेंज है। यह काम लालू के अलावा कोई नहीं कर सकता। हमने आडवाणी के रथ को रोका, अब मोदी को रोकेंगे। उन्होंने कहा कि अब बिहार में नीतीश कोई फैक्टर नहीं रह गये हैं। 17 साल तक आरएसएस के गोद में खेल कर मुल्क और समाज का बर्बादी किया।

इसे बनाने का काम मैने किया और भस्मासुर बन कर मेरा ही खत्मा करने चला था। इसका हिसाब इंतिख़ाब में आवाम लेगी। बिहार में दबे-कुचले, पसमांदा, दलितों और मुसलमानों को ज़ेहनी गुलामी से निकालने का काम किया। अवाम को इज्ज़त दिया, लेकिन नीतीश के राज में अफसर शाही और बदउनवानी उरोज़ पर है। आवाम की कौन पूछे अवामी नुमाइंदों का सरेआम तौहीन हो रहा है। इक्तिदार के मद में चूर नीतीश हुकूमत पटना में हक हकायक़ के लिए तहरीक करने वालों पर पुलिस से जुल्म करवाया।

उनकी बाते सुनने के बजाय उन पर पानी और लाठियों की बौछार की गयी। आवाम समझ चुकी है। इस दफा बिहार में नीतीश का खाता नहीं खुलने वाला है। आखिर में लालू प्रसाद ने आवाम से राजद उम्मीदवार को अपना हिमायत देकर दिल्ली भेजने की दरख्वास्त की। सभा की सदारत ब्लॉक राजद सदर सुनील यादव और सभा का एख्तेताम रामेश्वर यादव ने किया। मौके पर सभा को झारखंड के शहरी तरक़्क़ी वज़ीर सुरेश पासवान ,विधान परिषद मेम्बर संजय प्रसाद ,राजद सरबराह के बेटे तेज प्रताप ,अररिया के साबिक़ एमपी शुकदेव पासवान, अर्जुन मंडल, साबिक़ एमएलए विजय प्रकाश, कांग्रेसी लीडर अनिल सिंह, मो इरफान राजद उम्मीदवार सुधांशु शेखर भाष्कर, नेपाली सिंह, हबीबुल्लाह समेत दर्जनों लीडरों ने खिताब किया।