मलिक के फ़िज़ाई दिफ़ाई नेटवर्क को मज़बूत बनाते हुए हिंदूस्तानी फ़ौज ने असरी आलात और तर्बीयती निज़ाम से आरास्ता हथियारों के बिशमोल मुख़्तलिफ़ इक़दामात (इन्तेज्मत)किए हैं।
दहश्तगरदों की जानिब से उड़ती हुई अशीया( चेज़) को इस्तिमाल करते हुए हमले करने के ख़तरात से निमटने केलिए ये इक़दामात (इन्तेज्मत) किए गए हैं। फ़िज़ाई और मीज़ाईल डीफ़ैंस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए डायरैक्टर जनरल फ़ौजी फ़िज़ाई डीफ़ैंस लीफ़टननट जनरल कुलदीप सिंह ने कहा कि अमरीका पर 9/11 के फ़िज़ाई हमले के बाद और उल्टी टी ई की जानिब से छोटे तय्यारों का इस्तिमाल करते हुए श्रीलंका में फ़ौजी ठिकानों(जगा) पर हमले करने के वाक़ियात ने हिंदूस्तान के अंदर भी फ़िज़ाई ख़तरात को नाज़ुक बनादिया है।
हिंदूस्तानी फ़ौज इस तरह के फ़िज़ाई हमलों के बढ़ते ख़तरात से फ़िक्रमंद है इस लिए इसी ख़ुतूत पर इक़दामात किए जा रहे हैं। जनरल सिंह ने ये भी कहा के हिंदूस्तान की फ़िज़ाई दिफ़ाई तैय्यारी हमारे लिए बहुत अहम है।