फ़ौजी का बावक़ार ओहदा , तरक़्क़ी के मौक़े

हैदराबाद

ज़माना जदीद में जंग भी हाईटेक अंदाज़ की होगई है। जंग अब महाज़ों और जंग के मैदानों में कम कंप्यूटर पर ज़्यादा होरहे है। बेशतर ममालिक के दरमियान जंगें कंप्यूटर के ज़रिए ही होरहे हैं। पैदल हथियार कंधे पर लिये जंग के मैदान में जंग और दुश्मन का इंतेज़ार अब किताबी बातें तसव्वुर की जा रही हैं।

ज़मीनी जंग कम और हवाई जंग ज़्यादा होगई है। जदीद तर्ज़ के आलात-ओ-हथियार पहले हवाई जहाज़ के ज़रिए ज़मीन पर गिराए जाते हैं फिर फ़ौज को उतारा जाता है। जंग में पहले जैसे जानी नुक़्सानात यानी फ़ौज की हलाकत कम होजाती है। उसे दौर में फ़ौज में भर्ती और ख़िदमात की अंजाम देही एक ज़रीन मौक़े तसव्वुर किया जाता है और एसा मौक़ा फिर एक बार बेरोज़गार नौजवान को दस्तक दे रहा है।

फ़ौजी को मुल्क में एक बावक़ार रुतबा हासिल है और हर शहरी फ़ौजी का एहतेराम करता है। अब फ़ौज की तनख़्वाहें भी ज़्यादा होगई हैं और जंग के ख़तरात भी टल गए हैं। हुब्ब-उल-व्तनी , वतन परस्ती और पुरविक़ार रोज़गार मुस्लिम नौजवानों का इस्तेक़बाल कररहा है।

मुस्लिम नौजवानों को चाहिए कि वो 4 ता 13 मई तक फ़ौज में भर्ती के लिये मुनाक़िद शुदणी रैली से इस्तिफ़ादा करें और अपने फ़न-ओ-हुनर के जौहर दिखा कर अपने रोशन मुस्तक़बिल मुल्क-ओ-क़ौम की सरबुलन्दी के लिये अपने जवाँ सीनों को पेश करदें। फ़ौज में भर्ती के लिये आदिलाबाद ज़िला में रैली का इनीक़ाद अमल में लाया जा रहा है।

जिस में फ़ौजी जनरल ड्यूटी , फ़ौजी ट्रेड मैन , फ़ौजी क्लर्क , स्टोर कीपर , फ़ौजी ( टेक्नीकल ) और फ़ौजी नर्सिंग अस्सिटैंट उम्मीदवारों का इंतेख़ाब स्क्रीनिंग टेस्ट के ज़रिए किया जाएगा और उम्मीदवार के लिये लाज़िमी होगा कि वो फ़िज़ीकल फ़िटनैस टेस्ट और तहरीरी इमतेहान में कामयाबी हासिल करे जो 31 मई के दिन एल बी नगर स्टेडीयम में मुनाक़िद होगा।