फ़ौजी सरबराह के उम्र के मसला के लिए फ़ौज ज़िम्मेदार: अंटोनी

नई दिल्ली, ०१ फरवरी (पी टी आई) वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अंटोनी ने फ़ौजी सरबराह वे के सिंह के उम्र के मसला को पेचीदा बनाने के लिए फ़ौज को ही ज़िम्मेदार टहराया और कहा कि फ़ौज में 36 साल तक उन के तारीख़ पैदाइश के दो सेटस को महफ़ूज़ रखा और ये कहते रहे कि इस में कोई सियोल मिल्ट्री तज़ाद नहीं है।

अंटोनी ने कहा कि 36 साल तक इसी इदारा के दो शाख़ों में तारीख़ पैदाइश के दो सेटस मौजूद थे। इसी लिए ये तनाज़ा पैदा हुआ। इस मसला पर सुप्रीम कोर्ट में हुकूमत को घसीटा गया है। अंटोनी ने कहा कि ये बड़ी बदबख़ती की बात है कि सच्चाई सामने आने के लिए कई बरस लग गए।

लेकिन में आप में से चंद से इतेफ़ाक़ नहीं करता कि ये मसला सियोल मिल्ट्री तनाज़ा से मरबूत है। उन्हों ने कहा कि इस मसला पर हुकूमत का कोई रोल नहीं है बल्कि फ़ौजी हैड क्वाटर्स से ही 2006 -ए-में पहली नोटिस दी गई थी इस में इस तरह की कोताही की निशानदेही की गई थी।

इस वक़्त तमाम सतहों पर उसे मौज़ू बनाया गया था। बादअज़ां 2008 में दो मुताल्लिक़ा सरबराहों की जानिब से भी ये मसला उठाया गया। ये केस अब सुप्रीम कोर्ट में है और हुकूमत का मौक़िफ़ भी सख़्त होता जा रहा है।