फ़ौजी इंटेलीजेंस यूनिट से वाबस्ता एक मुलाज़िम को फ़ौज और रिवेन्यू इंटेलीजेंस डायरेक्टोरेट (intelligence directorate) के ओहदेदारों की मुशतर्का कार्रवाई के दौरान गिरफ़्तार कर लिया गया जो मुबय्यना ( कथित) तौर पर राज़दारी पर मबनी (क़्लासीफ़ाईड) मालूमात के सरका ( चोरी) और पाकिस्तान को सरबराह (प्रबंध) करने की कोशिश में मुलव्वस ( मिला हुआ) था।
सरकारी ज़राए ने कहा कि खु़फ़ीया ज़राए से मोतबर(जिसका विश्वास हो) ) इत्तेलात ( खबर) मौसूल होने के बाद इस को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। इसको अप्रैल में त्रिवंतपरम में गिरफ़्तार किया गया। बादअज़ां मज़ीद कार्रवाई के लिए फ़ौज के सुपुर्द कर दिया गया।
इस मुलाज़िम की शनाख़्त सेवा दासन की हैसियत से की गई है जिस के क़ब्ज़ा से चंद अहम दस्तावेज़ात , पेन ड्राईव और दीगर अशीया ज़ब्त कर ली गई हैं। रेवेन्यू इंटेलीजेंस डायरेक्टोरेट को बावसूक़ ज़राए से ये खु़फ़ीया मालूमात मौसूल ( प्राप्त) हुई थीं कि मज़कूरा मुलाज़िम ने फ़ौजी इंटेलीजेंस में बरसर ख़िदमत है जो क़्लासीफ़ाईड मालूमात सरबराह करने की एक मुआमलत तय करने की कोशिश में मसरूफ़ था।