फ़्यूल क़ीमतों में इज़ाफे पर इज़हारे नाराज़गी

पेट्रोल-ओ-डीज़ल की क़ीमतों में इज़ाफे के सबब निज़ामबाद की अवाम को हर माह 15 करोड़ रुपये का ज़ाइद बोझ पड़ रहा है। निज़ामबाद में 191 पेट्रोल बनकिस है इन में आई ओ एल के 110, हिंदुस्तान पेट्रोलीयम के 36 ,भारत पेट्रोलीयम के 45 पेट्रोल बैंक्स है। ज़िला में तक़रीबन 6 लाख डेज़ी और पेट्रोल इस्तेमाल किए जाने वाली जुमला गाड़ियां है। आरटी ए के ओहदेदारों के मुताबिक़ इन गाड़ीयों को हर रोज़ पेट्रोल और डीजल की ज़रूरत नागुज़ीर है।

पेट्रोल फ़ी लीटर 72 रुपये 12 पैसे था लेकिन 3 रुपये 13 फिट के इज़ाफे की वजह से 75 रुपये 62 पैसे नई क़ीमत मुक़र्रर की गई है। डीज़ल 56 रुपये 91 पैसे था लेकिन 2 रुपये 71 पैसे से नई क़ीमत 59 रुपये 91 पैसे मुक़र्रर की गई है।

ज़िला में हर रोज़ 3.50 लाख लीटर पेट्रोल का इस्तेमाल होरहा है नई क़ीमत के मुताबिक़ हर रोज़ 10.95लाख रुपये का बोझ आइद होरहा है। इस तरह हर माह 3 करोड़ 28लाख रुपये का बोझ ज़िला की अवाम पर पड़ रहा है।