‘भारत माता’ का कर्ज चुकाने के लिए मोदी तैयार

गांधीनगर, 05 अप्रैल: ऐसा लगता है कि गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी ने मुल्क का बाग डोर संभालने के लिए अभी से ही कमर कस ली है।

जुमेरात को गांधीनगर में मुनाकिद एक प्रोग्राम में उनके ओहदे की आरज़ू एक बार फिर झलकी। यहां किताब की रस्मे इज़रा की तकरीब के मौके पर मोदी ने कहा कि हर बच्चे और हर शहरी को भारत माता का कर्ज चुकाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘सिर्फ मोदी ही नहीं बल्कि, हर एक शहरी भारत मां का कर्जदार है। हर एक की जिम्मेदारी है कि जो भी मौका उसे मिले, वह इस कर्ज को चुकाए। जैसे कि एक डॉक्टर लोगों की जिंदगियां बचाकर, एक उस्ताद लोगों को तालीम देकर इस कर्ज को उतार सकता है।

मुझे उम्मीद है कि भारत मां इसके लिए उसे अपना दुआएँ देती हैं। कोई भी बिना इस कर्ज को चुकाए बच नहीं सकता।’ मोदी का यह बयान 2014 में होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर काफी अहम हैं।

मोदी हाल ही में बीजेपी के पार्लीमानी बोर्ड में शामिल हुए हैं, जो पार्टी के फैसले लेने वाली आला वजूद है। ऐसा माना जा रहा है कि आइंदा आम चुनाव में वह पार्टी की तरफ से वज़ीर ए आज़म के ओहदे के उम्मीदवार होंगे।

मोदी का यह बयान मुसन्नफ आरपी गुप्ता के उस बयान के जवाब में आया है, जब उन्होंने कहा था कि, ‘मोदीजी ने गुजरात का कर्ज चुका दिया है, अभी भारत मां का कर्ज चुकाना है।’

मोदी यहां ओडिशा चैंबर ऑफ कॉमर्स और गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स के ज्वाइंट मीटींग से खिताब कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने गुप्ता की किताब ‘टर्न अराउंड इंडिया थ्रू इंक्ल्यूसिव गवर्नेंस एंड टीम स्पिरिट’ का इज़रा भी किया।

उन्होंने कांग्रेस नायब सदर राहुल गांधी के सीआईआई में दिए गए तकरीर पर कोई तब्सिरा करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह गुजरात ही है जिसने मुल्क में तरक्की पर सयासी पर बहस छेड़ी है।