“तस्वीर” जिस ने पाकिस्तानी वुक्ला की तहरीक को मुत्तहिद कर दिया

कहा जाता है कि एक तस्वीर एक हज़ार अल्फ़ाज़ बोलती है। लेकिन पाकिस्तान में 13 मार्च 2007 को ली हुई एक तस्वीर ने मुल्क के अदालती निज़ाम की तारीख़ हमेशा के लिए बदल दी।

इस तस्वीर में एक लम्हा की तस्वीरकुशी की गई जबकि मुलाज़मीन पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस इफ़्तिख़ार चौधरी को उन के बालों से पकड़ा था और उन्हें ज़बरदस्ती एक कार में बिठाने की कोशिश कर रहे थे।

इस के नतीजा में पाकिस्तानी वकीलों की तहरीक का आग़ाज़ हुआ और मुल्क के साबिक़ सदर जेनरल परवेज़ मुशर्रफ़ की इक़्तेदार से बेदखली की रफ़्तार तेज़ हो गई। फ़ोटोग्राफ़र सज्जाद अली क़ुरैशी ने पाकिस्तानी वुक्ला से ख़िताब करते हुए कहा था कि वो चीफ़ जस्टिस है।