नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ‘करोड़पति नेताओं के संयोजन’: रिपोर्ट

 

नई दिल्ली: 78 सदस्यीय मंत्रिमंडल में 72 मंत्री करोड़पति। 24 के खिलाफ आपराधिक मामलों। 14 मंत्रियों की शिक्षा 12 वीं से कम केंद्रीय मंत्रिमंडल अमीरों का संग्रह है। हाल विस्तार के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में करोड़ पतियों की संख्या 72 हो गई है जबकि 24 मंत्रियों ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों की जुमला तादाद 78 है। एक नवीनतम अध्ययन में यह बात सामने आई है। गदशतह सप्ताह मंत्रिमंडल में विस्तार के जरिए 19 नए मंत्रियों को शामिल किया गया। पांच मंत्रियों को मंत्रिमंडल से अलग कर दिया गया। नए जोड़े गए ज़रा परिसंपत्तियों का औसत 8.73 करोड़ रुपये है जिसके बाद सारी मजलिस मंत्रालय के औसत संपत्ति की लागत 12.94 करोड़ रुपये हो गई है। दिल्ली से काम करने वाले एसोसिएशन फॉर लोकतांत्रिक सुधारों के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। नए मंत्रियों में एम जे अकबर ने जो मध्य प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य हैं सबसे 44.90 करोड़ की संपत्ति का खुलासा किया है जबकि दूसरे नंबर पर पीपी चौधरी हैं जिन्होंने 35.35 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की है, जबकि तीसरे पर विजय गोयल हैं जिनके संपत्ति की कीमत 29.97 करोड़ रुपये बताई गई है। यह दोनों राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य हैं।

एक करोड़ से अधिक की संपत्ति रखने वाले नए मंत्रियों में रमेश जगानजी नागी ‘पुरुषोत्तम खोडा भाई रोपालह’ अणु प्रिया सिंह पटेल ‘महेंद्र नाथ फ़िगन सिंह कलसाटे’ राजीन गोहीन ‘आरएसएस अहलूवालिया’ अर्जुन राम मेघवाल ‘सीआर चौधरी’ मन सिख भाई लक्ष्मण भाई मंडाया और कृष्णा राज भी शामिल हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 78 केंद्रीय मंत्रियों में से 9 ने 30 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा किया है, जिनमें वित्त मंत्री अरुण जेटली के 113 करोड़ मंत्री पोषण हरसमराट कौर बादल के 108 करोड़ और मंत्री विद्युत पीयूष गोयल 95 करोड़ परिसंपत्ति मालिक हैं। नए जोड़े गए ज़रा में अनिल माधव दावे जो मध्य प्रदेश से सदस्य राज्यसभा और अब पर्यावरण मंत्री हैं सबसे कम 60.97 लाख रुपये के मालिक हैं। छह मंत्रियों ने एक करोड़ से कम संपत्ति का खुलासा किया है जबकि नए जोड़े गए मंत्रियों में सात ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों को स्वीकार किया है। इस तरह 78 सदस्यीय मंत्रिमंडल में आपराधिक मामलों वाले मंत्रियों की संख्या 24 तक पहुंच गई है रिपोर्ट एस अनुसार मंत्रिमंडल में 3 मंत्रियों ऐसे हैं जिनकी उम्र 31 साल से 40 साल के बीच है जबकि 44 मंत्रियों की उम्र 41 साल से 60 साल के बीच और 31 मंत्रियों की उम्र 61 साल से 80 साल के बीच है। मंत्रिमंडल में नौ महिला मंत्री हैं। एडीआर का कहना है कि यह विश्लेषण इन मंत्रियों के लोकसभा और राज्यसभा चुनाव के मौके पर खुद पेशकश हल्फ़नामों आधारित है। 78 मंत्रियों में 14 मंत्रियों ने बारहवीं या उससे कम शिक्षा हासिल की है जबकि 63 मंत्रियों या तो स्नातक हैं या उच्च शिक्षा योग्यता रखते हैं।