नई दिल्ली: वैसे तो तमाम दुनिया के लोगों के बीच यह बात मानी जाती है की झूठ को बार-बार बोलने पर वह सच नहीं बन जाता लेकिन सच के जैसे लगने तो लगता ही है लेकिन जाने क्यों देश के लोग इस बात को इस बार समझ नहीं पा रहे हैं।
खुद को देश के तारणहार बताने वाले पीएम मोदी की डिग्री पर उठे सवालों का जवाब देने की जगह मोदी खुद तो चुपचाप बैठे हैं लेकिन उनके बचाव में पार्टी के लोग तो आगे आ ही रहे हैं। अब डिग्री चाहे असली हो या नकली बार बार उसे अलसी बोलने से तो बात पर यकीन करना मुमकिन हो ही जाएगा।
लोगों के ज़ेहन को मोदी जी की डिग्री असल मानने में ज़्यादा तकलीफ न उठानी पड़े इस लिए डीयू यानि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने उनकी डिग्री ऑनलाइन दिखाने का फैसला किया है। डीयू ने यूनिवर्सिटी के कागज़ी काम को काम करने के लिए उठाये एक कदम में अपने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन डिग्री देना शुरू किया है। और इसी ऑनलाइन सिस्टम की मदद से अपने पुराने छात्रों जिनमें से कथित तौर पर मोदी जी भी एक थे की डिग्री भी ऑनलाइन देखी जा सकेगी।