नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में एक दिसम्बर से दिल्लीवाला खजाना महोत्सव का आगाज हो रहा है। इस महोत्सव का आयोजन वसंत कुंज के एंबियंस मॉल में होगा।
इस महोत्सव में दिल्ली की संस्कृति और संगीत विरासत का आनंद लिया जा सकता है। महोत्सव का समापन रविवार को होगा।
संगीत प्रेमियों के मनोरंजन के लिए महोत्सव में पारंपरिक सूफी और लोक संगीत का मिश्रण देखने को मिलेगा, जिसे लोकप्रिय निजाम भाइयों, बैले सागू, कोपी कैट्स, त्रिथा और दिल्ली की बिल्ली द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा।
इसके साथ ही पद्मश्री पुरस्कार विजेता दादी पुदुमजी के इशासा पपेट थियेटर ट्रस्ट द्वारा दी जाने वाली खास प्रस्तुति इस महोत्सव में आकर्षण का केंद्र होगी।
उर्दू कथाकार फौजिया दस्तांगो, इम्प्रोवाइज्ड नर्तक पार्वती तंपी और कथक नर्तक रीतु जैन भी तीन दिवसीय समारोह में प्रदर्शन करेंगे।
इसमें सर्जियो डायनर्ट (बास और वोक्स इफेक्ट्स), रितिका सिंह (रैप, स्वर और थियेटर), मधुसूदन बाउल (बागलजीत, आनंदलाहिरी), कार्तिकेय वाशिष्ठ (बांसुरी और वायु वाद्ययंत्र) और मोहित लाल (तबला और पर्क्यूसन) और त्रिपापी समा भी प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली के व्यंजनों के स्वाद के दीवाने लोगों के लिए भी इस महोत्सव में कई चीजें मौजूद होंगी। यहां खान मुगलई-दरियागंज, नेताजी की चाट-चांदनी चौक, राजीव भाई की स्पेशल ऑमलेट, चंगेजी चिकन-बालिमारान, इंडो कुल्फी-करोल बाग जैसे कई प्रकार के व्यंजन आपको एक ही जगह मिलेंगे।
दिल्लीवाला खजाना महोत्सव में पिस्सू की दुकानों में पारंपरिक और जातीय डिजाइनों, विशेष हिना, इतर, प्रामाणिक खुशबूदार मसालों और चुनिंदा चूड़ियां देने के साथ-साथ मिश्रित आकर्षण भी शामिल होंगे।