वज़ीर रोड ट्रांसपोर्ट नितिन गडकरी ने कहा कि मुल्क में ऐसे मुतअद्दिद प्रोजेक्टस हैं जो वैसे पडे हुए हैं। कभी इंतिख़ाबात की वजह से, कभी स्क़ामस की वजह और कभी दीगर तकनीकी वजह से उन प्रोजेक्टस की तकमील अमल में नहीं आई जिस का तख़मीना 1.8 लाख करोड़ रुपये है।
एन डी ए हुकूमत की पहली तर्जीह ये होगी कि पडी हुई प्रोजेक्टस का जाँच किया जाये क्योंकि मुल्क को अगर सही माअनों में तरक़्क़ी से हमकनार करना है तो असरी नौईयत के प्रोजेक्टस पर अमल आवरी की जानी चाहिए। उन्होंने कल ही एन डी ए हुकूमत की जानिब से मनरेगा प्रोग्राम (जो यू पी ए हुकूमत की दैन है) को जारी रखने के ऐलान का खैरमक़दम किया और कहा कि हमारी हुकूमत इंतिक़ामी जज़्बों से आरी है।
हम साबिक़ा हुकूमत के ज़रीया शुरू किए गए इन तमाम पडे हुए प्रोजेक्टस का जाँच करेंगे जो अवाम के मुफ़ाद में होंगे। नितिन गडकरी को एक माहिरे साज़ कहा जाता है, उन की दूरबीनी ही की वजह से उन्हें एन डी ए हुकूमत में रोड ट्रांसपोर्ट वज़ारत का क़लमदान सोंपा गया है।