रमज़ान में रोज़े के दौरान भूल कर भी ना करें ये 10 काम

रमजान एक ऐसा समय हैं जब आप अपनी आत्मा को पवित्र करते हैं, इस समय अल्लाह द्वारा आपकी इच्छा और मन्नत ज्यादा जल्दी सुनी जाती है और आपके पाप धुल जाते हैं। इस महीने में रोजादार को इफ्तार कराने वाले के गुनाह माफ हो जाते हैं।

जो शख्स आम दिनों में इबादतों से दूर होता है, वह भी रमजान में इबादतगुजार बन जाता है। यह सब्र का महीना है और सब्र के बदले उसे जन्‍नत नसीब होती है। जब आप जरूरतमन्द लोगों को खाना और पैसे दान करते हैं, तब आपको मानवता और खुशियों का सही मतलब पता चलता है।

रमजान इस्लाम का एक आधार स्तम्भ है और इसके बिना आप अच्छे और पक्के मुसलमान नहीं कहलाते हैं। इसके कई आध्यात्मिक फायदे भी हैं। आपकी आत्मा पवित्र हो जाती है और दिमाग से सभी बुरे विचार निकल जाते हैं। आप अल्लाह के पास आ जाते हैं और बुरे कार्य भूल जाते हैं।

रमजान अल्लाह के आशीर्वाद का समय है और इस समय सभी बुराइयाँ अल्लाह द्वारा बांध दी जाती हैं ताकि वे रमजान में कोई बाधा नहीं पहुंचा सकें। हम आपको कुछ महत्वपूर्ण चीजें बता रहे हैं जो कि रमजान के दौरान नहीं करनी चाहिए।

विपरीत सेक्स के प्रति गलत नजर ना डालें

यदि आप सच्चे मुसलमान हो तो ऐसे समय नजरें नीचे कर लें। विपरीत सेक्स पर नजर डालने से आपका दिमाग नकारात्मक विचारों से भर जाएगा और आप पाप कर बैठेंगे। खास तौर पर रमजान के समय ऐसा नहीं करें क्यों कि यह समय अल्लाह का आशीर्वाद लेने का और पापों से दूर रहने का है, यदि आप गलत नजर डालते हैं तो आपको रोजा करने का फल नहीं मिलेगा और यह सिर्फ एक साधारण रोजा ही रह जाएगा।

किसी से लड़ाई झगड़ा या गाली गलोच ना करें

रमजान धैर्य रखने और दूसरों पर मानवता दिखाने का समय है। यदि आप किसी से लड़ेंगे या गाली-गलोच करेंगे तो आपकी आत्मा तो साफ होगी ही नहीं जब कि मन और आत्मा को साफ करना रमजान का मुख्य उद्देश्य है। यदि आपको कोई उत्तेजित भी करता है तो शांत रहें और उस व्यक्ति को तीन बार बता दें कि ‘’आपका रोजा है”।

सही कपड़े पहनें और शालीनता से रहें

इस्लाम में हमें सही कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है ताकि हमारी शालीनता बनी रहे और विपरीत सेक्स हमारी तरफ आकर्षित ना हो। यह भी आपके रोजे को खराब कर सकता है। चाहे आप पुरुष हों या महिला, रमजान के दौरान आपको अपनी पोशाक का विशेष ध्यान रखना चाहिए। महिलाओं को अपना शरीर और सिर सही तरह ढ़क कर रखना चाहिए। ऐसा करने से आप लोगों की बुरी नजरों से बचेंगी और पुरुष आपके परिधान को देखकर आकर्षित नहीं होंगे।

ज्यादा ना खाएं

रमजान हमें सिखाता है कि जो लोग भूखे और कमजोर होते हैं उन्हें कैसा महसूस होता है। इससे हमें पता चलता है कि भूखा रहना कितना मुश्किल है। मुस्लिम लोग ऐसा महसूस करते हैं तो उनमें गरीब लोगों के प्रति दया भावना जागृत होती है। यदि आप ज्यादा खाएँगे तो तो रोजे का पूरा फल आपको नहीं मिलेगा।

ज्यादा ज़ोर से ना हसें

पागलों की तरह ज़ोर से हँसना सही नहीं है। हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब केवल सुंदर मुस्कान से मुस्कुराते थे वे कभी ज़ोर से नहीं हँसते थे। इससे आपके व्यक्तित्व का आकर्षण बढ़ेगा और शालीनता आएगी। रमजान में यदि आप ज्यादा ज़ोर से हसेंगे तो आपका रोजा खराब या मकरूह हो जाएगा।

खाने के बारे में ना सोचें

पूरे दिन खाने के बारे में सोचने की सलाह रमजान में नहीं दी जाती है। इससे आपका रोजा भी खराब होगा और आप अल्लाह पर ध्यान केन्द्रित नहीं कर पाएंगे।

वजन कम करने के लिए रोजा ना

रखें यदि आप केवल दिखाने के लिए और वजन कम करने के लिए रोजा रख रहे हैं तो अल्लाह की नजर में आपका रोजा बेकार है। आपकी भावना पवित्र होनी चाहिए और आपके दिमाग में सिर्फ अल्लाह का ही ख्याल ही होना चाहिए किसी और चीज का नहीं।

झूँठ न बोलें और बुरे कर्म ना करें

पैगंबर मोहम्मद साहब ने कहा था कि पीठ पीछे चुगली करना, धर्म की निंदा करना, तर्क करना आदि से आपका रोजा खराब हो जाता है। उनका कहना था कि यदि आप झूँठ बोलते हैं तो अल्लाह को आपके खाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

यौन कार्यों से बचें

रमजान में सभी प्रकार के यौन कार्य और यौन सोच प्रतिबंधित है। जब आप रोजा रख रहे हैं तो अपने पार्टनर से यौन संबंध ना बनाएँ। रमजान ऐसा महिना है जिसमें आपको अपनी सभी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना होता है।

अश्लील बात ना करें

रोजे के दौरान गंदे चुटकले ना कहें, अश्लील या अभद्र कार्य ना करें और भी अनैतिक व्यवहार करने से बचें। आपको अभद्र बातचीत करने और सुनने से बचना चाहिए। ये सब चीजें सामान्य जीवन में भी नहीं करनी चाहिए लेकिन रोजे के दौरान इन्हें करने से आपको रोजा खराब हो सकता है और फिर इसका कोई फल नहीं मिलेगा।