बिहार में चन्दा कर माता-पिता का क़र्ज़ चुकाने अदालत पहुंचा 10 साल का बच्चा

शनिवार को बिहार, बेगुसराय कोर्ट परिसर में एक बच्चा चर्चा का मुद्दा बना रहा। माँ बाप की मौत हो जाने के बाद एक दस साल का बच्चा अपने माँ बाप का क़र्ज़ चुकाने के लिए गांव वालों से चन्दा कर सात सौ रूपये लेकर राष्ट्रिय लोक अदालत पहुंचा।

मामला कुछ यह है कि 1987 में बिहार ग्रामीण बैंक से छौड़ाही ज़िले के बथौल गांव के नागरिक स्वर्गीय शंकर पासवान ने 25 हज़ार का क़र्ज़ लिया था। लेकिन शंकर पासवान क़र्ज़ चूका नहीं पाया था। जिसकी वजह से बैंक ने क़र्ज़ की मांग के लिए 85 हज़ार का नोटिस शंकर के घर में भेज दिया था। लेकिन शंकर और उसकी पत्नी की पांच साल पहले बिमारी के कारण म्रत्यु हो गयी।

उन दोनों के बाद उनके घर में बस उनका 10 साल का बीटा धर्मराज ही बचा था। नोटिस भेजे जाने के बाद धर्मराज गांव वालों से चन्दा कर 700 रूपये लेकर क़र्ज़ वापिस करने सीधा लोक अदालत पहुंच गया।

धर्मराज ने बताया की अदालत में वकील के माध्यम से बैंक से 25 हज़ार रूपये की क़ीमत चुकता करने का समझौता कर लिया गया है। हालाँकि फिलहाल धर्मराज ने 700 रूपये जमा कर दिए हैं।