100 दिन में ही गिर जाएगी कर्नाटक सरकार! 3 सितंबर को नया CM लेगा थपथ ?

नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही राज्य में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है. दोनों ही पार्टियों की ओर से किसी न किसी मुद्दे पर लगातार बयानबाजी होती रहती है. ताजा मामला मुख्यमंत्री के पद को लेकर है. कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को कहा था कि मैं एक बार फिर मुख्यमंत्री बनूंगा. पूर्व सीएम के इस बयान पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने प्रतिक्रिया दी है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बेंगलुरु में एचडी कुमारस्वामी ने कहा, उन्हें बताया गया है कि तीन सितंबर को नया मुख्यमंत्री शपथ लेगा. यह मायने नहीं रखता कि मैं कितने समय तक मुख्यमंत्री रहा.मुझे लगता है कि मैंने जो काम किए हैं वह मेरे भविष्य को सुरक्षित करेगा.

क्या है मामला
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के शुक्रवार को कर्नाटक के हासन जिले में थे. एक अखबार से बात करते हुए उन्होंने कहा था,, ‘मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं और बनूंगा भी. 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद विरोधी मेरे खिलाफ एकजुट हो गए थे इसलिए मुझे यह पद नहीं मिल पाया… लेकिन राजनीति हमेशा एक-सी नहीं रहती. पूर्व सीएम के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री और जेडीएस के मुखिया एचडी कुमारस्वामी ने शनिवार को कहा था कि उनकी सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है. कुमारस्वामी के मुताबिक, ‘मुझे मीडिया से पता चल रहा है कि सितंबर तक राज्य में नई सरकार बनेगी और एक व्यक्ति मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार बैठा है, लेकिन मैं अपनी कुर्सी बचाने का प्रयास नहीं करूंगा. मैं जब तक इस पद पर हूं अच्छा काम करता रहूंगा.

कांग्रेस का इनकार
हालांकि कांग्रेस ने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया था. पार्टी के नेता और कर्नाटक के राजस्व मंत्री देशपांडे के मुताबिक गठबंधन सरकार में कोई कलह नहीं है और कुमारस्वामी अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. वहीं शनिवार को सिद्धारमैया ने भी बीच कार्यकाल में कुमारस्वामी को पद से हटाए जाने की संभावना को खारिज किया था. मैसुरू में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था‘अगर जनता आशीर्वाद देगी तो मैं पांच साल बाद अगले विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनूंगा.

कई बार बयान दे चुके हैं कुमारस्वामी
कुमारस्वामी मुख्यमंत्री के पद को लेकर समय-समय पर बयान देते रहे हैं. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि वह सीएम रहकर जहर का घूंट पी रहे हैं. इसके बाद सरकार के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे. हालांकि जब बाद में विवाद बढ़ा था तो कुमारस्वामी ने बयान से किनारा करते हुए कहा था कि उन्हें कोई परेशानी नहीं है. कांग्रेस और जेडीएस के बीच तनातनी की दूसरी खबर तब आई, जब अभी कर्नाटक में होने वाले निकाय चुनाव में दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. एक बार कुमारस्वामी ने कहा था कि राहुल गांधी की बदौलत उन्हें सीएम की कुर्सी मिली है.

23 मई को कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार बनी थी. कर्नाटक में 222 सीटों पर 12 मई को वोट डाले गए थे. 15 मई को आए रिजल्ट में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ा बनी थी लेकिन उसे बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस ने 78 सीटों पर विजय हासिल की और कुमारस्वामी के जनता दल (एस) को 38 सीट मिली थीं. बीएसपी के खाते में एक सीट आई थी. गठबंधन ने कर्नाटक में सरकार बनाई थी.