11 महीने में 300 से ज्यादा फ़िलिस्तीनी नागरिक शहीद

बैतुल मुक़द्दस में ज़ायोनी-फ़िलिस्तीनी मामलों के रिसर्च सेन्टर ने घोषणा की है कि बैतुल मुक़द्दस को जब से ज़ायोनी शासन की राजधानी घोषित किया गया है तब से लेकर अब तक 300 से अधिक फ़िलिस्तीनी ज़ायोनी सैिकों के हाथों शहीद हो चुके हैं।

इस केन्द्र ने एक रिपोर्ट में घोषणा की है कि बैतुल मुक़द्दस को जब से ज़ायोनी सरकार की राजधानी घोषित की गयी है तब से अब तक 316 फ़िलिस्तीनी, ज़ायोनी सैनिकों के हाथों शहीद हुए हैं जिनमें 68 बच्चे शामिल हैं।

इस केन्द्र ने फ़िलिस्तीनी प्रशासन से जुड़े संगठनों और क़ानूनी संस्थाओं से मांग की है कि वह फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के विरुद्ध युद्ध अपराध के आधार पर तेल अवीव के अधिकारियों के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही करने और उन्हें सज़ा दिलाने की कार्यवाही की।

अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले व्यापक विरोध के बावजूद 6 दिसम्बर 2017 को घोषणा की कि अमरीका, बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी स्वीकार करता है।

यह एेसी स्थिति है कि मुसलमानों का पहला क़िबला बैतुल मुक़द्दस, फ़िलिस्तीन का अटूट का भाग है और इसीलिए मुसलमानों में इस शहर को विशेष स्थान प्राप्त है।