मुस्लिम परिवार पर हमला करने वाले 11 गौरक्षक गिरफ़्तार, स्थानीय लोगों ने की रिहा करने की माँग

जम्मू। गुरुवार की शाम खानाबदोशों के परिवार पर हुए हमले के आरोप में 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। रियासी के एसएसपी ताहिर भट ने बताया कि खानाबदोश परिवार के दो सदस्यों की पिटाई के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इन लोगों की गुरुवार को बिना इजाज़त जानवरों को ले जाते वक़्त पिटाई कर दी गई थी। स्थानीय लोगों ने पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया तथा गिरफ्तार किए गए लोगों को छोड़ने की मांग रखी।

पुलिस ने जिन 11 लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान बलबीर सिंह, ओंकार, सुजीवन सिंह, सतपाल, जगदेव सिंह, लाल सिंह, सुनील सिंह, राकेश कुमार, शंकर सिंह, भगवान दास और सुरिंदर सिंह के रूप में की गई है। इन सबकी उम्र 18 साल से लेकर 50 साल के बीच है।

हमलावरों को कथित तौर पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल का बताया गया है। घायलों की पहचान बकरवाल समुदाय के खानाबदोश नज़ाकत अली (45), उनकी पत्नी नसीमा (40), चाचा साबिर अली (60), रिश्तेदार आबिदा बीबी (22) और आठ साल की साइना के रूप में हुई है।

पुलिस ने बताया कि महिलाओं और बच्चों के साथ तीन परिवार रियासी के अपने जानवरों के साथ पैदल किश्तवाड़ ज़िले के वारवान में उंचाई पर स्थित इनशान नाम के कस्बे जा रहे थे। उनके पास गाय और बछड़े समेत कुल 16 जानवर थे। बीते गुरुवार को शाम छह बजे ये परिवार तलवाड़ा के जीरो मोड़ पहुंचा था जहां पुलिस ने उन्हें रोका था।

एसपी ने उनसे जानवरों लाने ले जाने के लिए ज़िला मजिस्ट्रेट की अनुमति का कागज़ मांगा था। अभी पुलिस जांच कर ही रही थी कि कथित गौरक्षकों की भीड़ ने इन लोगों पर हमला बोल दिया।

जम्मू कश्मीर में बकरवाल समुदाय के खानाबदोश हर साल गर्मी के दिनों में अपने जानवरों के साथ मैदानी इलाकों को छोड़कर पहाड़ों पर चले जाते हैं और फिर जाड़े के मौसम में वापस मैदानी इलाकों में लौट आते हैं।