पकडे गए ISI जासूस अगर मुस्लिम होते तो क्या होता ?

भोपाल। जासूसी रैकेट में पकडे गए 11 आईएसआई एजेंट यदि मुस्लिम होते तो क्या होता ? और इनमें भाजपा के दो कार्यकर्त्ता भी शामिल हैं जिसमें एक तो भाजपा के आईटी सेल के संयोजक ध्रुव सक्सेना है और दूसरा भाजपा के पार्षद का करीबी रिश्तेदार जितेंद्र ठाकुर है। काबिलेगौर है कि पकडे गए जासूसों में भाजपा के दो सदस्य राष्ट्रवादी थे, मुस्लिम नहीं थे।

जो पार्टी देशभक्ति का राग अलाप रही है और देशवासियों को देशभक्ति का प्रमाणपत्र दे रही है, उसी पार्टी के सक्रिय सदस्य देश के खिलाफ जासूसी कर रहे हैं।
यदि गिरफ्तार लोग मुस्लिम होते और उनका किसी गैर भाजपा पार्टी से सम्बन्ध होता तो क्या होता।

इसमें कोई दो राय नहीं जो मीडिया इस पूरे मामले पर मौन धारण किये बैठी है, मुस्लिम नाम आते ही उनको राष्ट्रद्रोही ठहराकर आतंकवादी संघटनों से उसका नाम जोड़ देती और चौबीसों घंटों क्लिप चलती रहती लेकिन इस मामले में मीडिया चुप्पी साधे है।
गौरतलब है कि हाल ही मध्य प्रदेश एटीएस ने पाकिस्तान से संचालित जासूसी और हवाला कारोबार से जुड़े सतना के बलराम सहित ग्वालियर से पांच, भोपाल से तीन और जबलपुर से दो लोगों को गिरफ्तार किया था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नंवबर 2016 में जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर आरएस पुरा सेक्टर में सतविंदर सिंह और दादू नाम के दो व्यक्तियों को सुरक्षा प्रतिष्ठानों की तस्वीरें लेने के दौरान गिरफ्तार किया गया था।

 

जांच एजेंसियों द्वारा इन दोनों से पूछताछ के बाद मध्य प्रदेश एटीएस ने ये गिरफ्तारी की है। ये लोग पाकिस्तान में बैठे लोगों द्वारा संचालित इस गिरोह के लिये देश में हवाला करोबार के जरिये धन और अन्य सुविधायें उपलब्ध कराता था।