1142 अस्सिटेंट सर्जन्स के इंतिख़ाब में बे क़ाईदगीयाँ, डॉक्टर नाराय‌ना का इल्ज़ाम

रियासती सी पी आई ने अस्सिटेंट सिविल सर्जन्स के चुनाव में बड़े पैमाने पर बे क़ाईदगियों के वाक़ियात पेश करने इज़हार किया और उन मुबय्यना बे क़ाईदगियों की रोशनी में अस्सिटेंट सिविल सर्जन्स के तक़र्रुत को फ़िलफ़ौर रोक देने का रियास्ती चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी से पुर ज़ोर मुतालिबा क्या।

आज यहां डॉक्टरों के एक वफ़द ने इन मुबय्यना बे क़ाईदगियों की शिकायत के साथ मख़दूम भवन में रियासती सेक्रेटरी सी पी आई डॉक्टर के नारायणा से मुलाक़ात की।

और तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाया। डॉक्टरों के वफ़द की डॉक्टर के नारायणा से मुलाक़ात के फ़ौरी बाद इस मसले पर रियासती चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी को डॉक्टर नारायणा ने एक मकतूब रवाना क्या।

इस मकतूब में बताया गया कि हालिया दिनों में सिविल अस्सिटेंट सर्जन्स रिक्रूटमेंट में पेश आए मुबय्यना बे क़ाईदगियों की तफ़सीलात से वाक़िफ़ करवाते हुए इन तक़र्रुत को फ़िलफ़ौर रोक देने के इक़दामात करने का चीफ़ मिनिस्टर से मुतालिबा किया और बताया गया कि 1142 सिविल अस्सिटेंट सर्जन्स के रिक्रूटमेंट में एलान करदा मुंतख़ब उम्मीदवारों की फ़हरिस्त में ही बे क़ाईदगीयाँ पेश आएं।

बताया गया कि रिक्रूटमेंट के लिए मुरत्तिब करदा रहनुमा या ख़ुतूत और कॉन्ट्रैक्ट सरविस के शराइत-ओ-ज़वाबत को बालाए ताक़ रख दिया और जी ओ नंबर 162 जारी करते हुए दूसरों के साथ ना इंसाफ़ी की गई।

डॉक्टर नारायणा ने कहा कि इन बेक़ाईदगियों को देखने से पता चलता है कि रिक्रूटमेंट में बड़े पैमाने पर रक़ूमात हासिल की गईं। उन्होंने कहा कि अगर यही लिस्ट की रोशनी में तक़र्रुत अमल में लाए जाएं तो ये साबित हो जाएगा कि रियासती हुकूमत ने ही बे क़ाईदगियों का मौक़ा फ़राहम किया है।

लिहाज़ा डायरेक्टर मेडिकल सरविस की जारी करदा फ़हरिस्त से दसतबरदारी इख़तियार कर के सिविल अस्सिटेंट सर्जन्स तक़र्रुर को रो कदेने के अलावा इन बाक़ायदगियों के वाक़ियात की तहक़ीक़ात करवाने का रियासती चीफ़ मिनिस्टर एन किरण कुमार से मुतालिबा किया।