12वीं तक तमाम तालिबे इल्म को मिलेगी वजीफा

दारुल हुकूमत के गांधी मैदान में इतवार को तालीम वज़ीर पीके शाही ने 20वें बूक फेयर का इफ़्तेताह किया। उन्होंने कहा कि रियासत में दो सालों में तालिबे इल्म की मौजूदगी 30 फीसद से बढ़ कर 70 फीसद हो गयी है। वज़ीरे आला नीतीश कुमार के ऐलान के बाद हुकूमत ने एक पॉलिसी साज़ फैसला लिया है।

अब पहली बार क्लास एक से लेकर 12वीं तक पढ़नेवाली तमाम तालिबे इल्म को वज़ीफ़ा दी जायेगी। स्कूलों में दाख्ला लेनेवाली ऐसी तालिबे इल्म की तादाद एक करोड़ नौ लाख है।
हुकूमत गांव-गांव में लाइब्रेरियों को फिर से ज़िंदा करने की कोशिश कर रही है। ‘बिहार आवाम लाइब्रेरी और इत्तिला सेंटर एक्ट पास किया गया है। लाइब्रेरी इत्तिला सेंटर का काम भी करेंगे। 30 साल बाद रियासत के लाइब्रेरी इंचार्ज के लिए तरबियत प्रोग्राम का एंकाद किया गया।

अब इ-लाइब्रेरी का ज़माना है। किताबों का शकल भी बदल रहा है। इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटेनिका पेन ड्राइव में मौजूद है। मालूम हो कि बिहार में मौलाना अबुल कलाम आजाद की बरसी पर 11 नवंबर से तीन रोजा तालीम दिन तकरीब का एंकाद हो रहा है। बूक फेयर इसका अहम हिस्सा है।