नलगेंडा 03 नवंबर: मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात को यक़ीनी बनाने के लिए बी सी कमीशन की फ़ौरी तशकील अमल में लाने वक़्फ़ बोर्ड को क़ानूनी इख़्तियारात फ़राहम करने के साथ साथ उसे कारपोरेशन में तबदील करने का अमीर जमात-ए-इस्लामी हिंद तेलंगाना-ओ-उड़ीसा हामिद मुहम्मद ख़ां ने प्रेस कलब नलगेंडा में सहाफ़ती कान्फ्रेंस को मुख़ातिब करते हुए मुतालिबा किया।
उन्होंने कहा कि टी आर एस सरबराह ने जद्द-ओ-जहद तेलंगाना के मौके पर निज़ाम कॉलेज ग्रांऊड पर जमात-ए-इस्लामी के ज़ेरे एहतेमाम मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम में 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का यकीन दिया था और अपने इंतेख़ाबी मंशूर में भी उसे शामिल किया लेकिन 15 माह का अरसा होने के बाद सिर्फ एक कमेटी की तशकील अमल में लाई गई जिसकी कोई क़ानूनी हैसियत नहीं है।
उन्होंने बताया कि मर्कज़ी हुकूमत ने साबिक़ा रंगानाथ कमीशन और सच्चर कमेटी के ज़रीये मुसलमानों की पसमांदगी से मुताल्लिक़ अपनी रिपोर्ट पेश की है। इन कमीशन और कमेटीयों की बुनियाद पर तेलंगाना सरकार बी सी कमीशन तशकील देते हुए उस की सिफ़ारिशात की बुनियाद पर मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करे।
अमीर जमात ने बताया कि चुनाव में वक़्फ़ की जायदादों से नाजायज़ क़ाबज़ीन को हटाने के लिए सी आई डी तहक़ीक़ात करवाते हुए कार्रवाई का वादा किया था और वक़्फ़ बोर्ड को तमाम क़ानूनी इख़्तियारात फ़राहम करते हुए वक़्फ़ बोर्ड को कारपोरेशन में तबदील करने का वादा किया था।
उन्होंने कहा कि मुल्क में कशीदा हालात पैदा हो गए हैं जिसकी वजह दानिशवरों और सिविल सोसाइटियों के उदबा और दानिश्वरान हुकूमत की तरफ से दिए गए एवार्ड्स को वापिस कर रहे हैं।
जमाते इस्लामी इन दानिशवरों और अदीबों को सलाम करती है और इस का ख़ौरमक़दम करती है।उन्होंने रियासत में आए दिन किसानों की ख़ुदकुशी के वाक़ियात की रोक-थाम के लिए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट पर अमल आवरी करने का मुतालिबा किया।
अमीर जमात-ए-इस्लामी हिंद ने टी आर एस सरकार से फ़ौरी चुनाव में किए गए वादों-ओ-तेकिनात को मुकम्मिल करने के इक़दामात करने का मुतालिबा किया। इस मौके पर एम एन बैग ज़ाहिद जनरल सेक्रेटरी हलक़ा , मुहम्मद अबदुलमजीद, तेलंगाना मुक़ामी क़ाइदीन मुहम्मद अबदुस्समद , मुहम्मद वहाबुद्दीन वग़ैरा मौजूद थे।