नई दिल्ली: 12 मुश्तबा दहशतगर्द जिन्हें मुल्क गीर सतह से दौलते इस्लामिया के साथ उनके मुबय्यना रवाबित के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया है और जो मुबय्यना तौर पर लोगों को भर्ती करने और उन्हें दौलते इस्लामिया शाम में जम्हुरियत पर आमादगी के लिए मालिया फ़राहम करने में मुलव्विस थे, 5 फरवरी तक एनआईए की तहवील में दे दिया गया।
मुक़द्दमे की समाअत फ़िल्म बंदी की गई। ख़ुसूसी एनआईए जज अमरनाथ ने 12 मुल्ज़िमीन को 11 दिन की पुलिस तहवील में दे दिया। जबकि एनआईए ने कहा कि हिरासत में रखकर उनसे तफ़तीश करना ज़रूरी है ताकि दौलत इस्लामिया की हिन्दुस्तान में रसाई की साज़िश को बे-नक़ाब किया जाये।
एनआईए ने मुल्ज़िमीन को 14 दिन की तहवील में देने की दरख़ास्त करते हुए कहा कि उनसे मज़ीद सबूत उनकी सरगर्मीयों और नेटवर्क के बारे में हासिल करने के लिए तफ़तीश की जाएगी और अगर शनाख़्त की कार्यवाई और उनके बयानात की तौसीक़ के लिए उन्हें मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर मुंतक़िल करना ज़रूरी हो तो इस की भी इजाज़त हासिल की जाएगी।
12 मुल्ज़िमीन को मुहम्मद अब्दुहलाद, मुहम्मद अफ़ज़ल और हैदराबाद के सुहेल अहमद, मुहम्मद शरीफ़ मुही उद्दीन ख़ान, मुहम्मद अबैदुल्लाह ख़ान, मुंबई के मुदब्बिर मुश्ताक़ शेख़ और मुहम्मद हुसैन ख़ान, लखनऊ के मुहम्मद अलीम, औरंगाबाद के इमरान , तमिलनाडू के आसिफ़ अली, कर्नाटक के सय्यद मुजाहिद और नजम अलाहदी की क़ियामगाहों से गिरफ़्तार किया गया।