क़ाइद अपोज़ीशन तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल मुहम्मद अली शब्बीर ने टी आर एस हुकूमत को तलबा की ज़िंदगीयों और उन के तालीमी कैरीयर से खिलवाड़ ना करने का मश्वरा देते हुए तेलंगाना की नई तालीमी पॉलिसी ऐलान करने का मुतालिबा किया।
आज सी एल पी ऑफ़िस असेंबली में प्रैस कान्फ़्रैंस से ख़िताब करते हुए उन्हों ने कहा कि तेलंगाना हुकूमत की तालीमी पॉलिसी ग़ैर वाज़ेह है, जिस से तलबा और उन के सरपरस्त में तालीम को लेकर ग़ैर यक़ीनी सूरते हाल बनी हुई है।
उन्हों ने कहा कि अलाहिदा तेलंगाना रियासत की तशकील के बाद तेलंगाना 290 इंजीनीयरिंग कॉलेजेस और मुख़्तलिफ़ कोर्सेस की 1,63,570 नशिस्तें थीं। जे एन टी यू हैदराबाद ने गुज़िश्ता साल 43 हज़ार नशिस्तों को बर्ख़ास्त कर दिया, जब कि टी आर एस हुकूमत की ग़ैर वाज़ेह तालीमी पॉलिसी की वजह से 45 इंजीनीयरिंग कॉलेजेस के इंतेज़ामीया ने दस्त बर्दारी अख़्तियार करली।
उन्हों ने बताया कि जारीया साल जे एन टी यू सी ने 245 इंजीनीयरिंग कॉलेजेस में से 25 इंजीनीयरिंग कॉलेजेस को इजाज़त नहीं दी और ख़ान्गी इंजीनीयरिंग कॉलेजेस को घटाकर 77,955 कर दिया गया, जब कि एमसेट में 90,556 उम्मीदवारों ने क्वालीफ़ाई किया है।
उन्हों ने तलबा में पाई जाने वाली बेचैनी को दूर करने के लिए तेलंगाना की नई तालीमी पॉलिसी का ऐलान करने चीफ़ मिनिस्टर से मुतालिबा किया।