14 वीं मंजिल से फेंके जाने के बाद भी 6 वर्षीय लड़का बच गया

मुंब्रा 21 मार्च: कहते हैं मौत का मुक़ाम और वक़्त पहले से ही ख़ुदा ने मुक़र्रर कर रखा है। साथ ही साथ किसी का वक़्त नहीं आया हो, तो कुछ भी हालात हो जाएं, मौत के फ़रिश्ते को वापिस लौटना पड़ता है।

6 साल के तौसीफ की अब मौत नहीं थी, इसलिए अपनी माँ के हाथों 14 वीं मंजिल से नीचे फेंके जाने के बाद भी मौत बस इसे छू कर निकल गई। वहीं उसकी जैसी किस्मत उसकी तीन वर्षीय बहन आमरीन की नहीं थीं। अपनी बीमारी से तंग आकर एक माँ ने अपने दोनों बच्चों सहित आत्महत्या की। इस हादसे के बाद मुंब्रा में केवल उस का ही चरचा हो रहा है मुंब्रा में रहने वाली एक 26 वर्षीय महिला शिरीन हनीफ खान ने अपने दो बच्चों छह वर्षीय बेटे तौसीफ और 3 वर्षीय बेटी आमरीन के साथ 14 मंजिला इमारत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

शिरीन ने पहले बेटे को ऊपर से नीचे फेंका, लेकिन बेटा बच गया। इसके बाद बेटी को नीचे फेंका और फिर खुद भी छलांग लगा दी। दोनों माँ बेटी की घटनास्थल पर मौत हो गई, जबकि 6 वर्षीय पुत्र तौसीफ को इलाज के बाद घर भेज दिया गया।