गांधी की शिक्षा नीति को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अमरनाथ झा ने जिस पटना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में खारिज किया था।
उसी पटना विश्वविद्यालय के 100वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में सरकार की आर्थिक नीति की आलोचना करनेवाले यशवंत सिन्हा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नजर आयेंगे। आर्थिक मुद्दों पर उठे घमासान के बाद यह पहला मौका होगा जब दोनों नेता एक साथ नजर आयेंगे।
उल्लेखनीय है कि 40 के दशक में विज्ञान को बढावा देने और कला को बेरोजगारी बढाने वाली शिक्षा कहने पर इलाहाबाद के तत्कालीन कुलपति डॉ अमरनाथ झा ने पटना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में ही गांधी के उस विचार को खारिज करते हुए उनकी शिक्षा नीति को समाज के चरित्र को खत्म करनेवाला करार दिया था।
वर्षों बाद एक बार फिर पटना विश्वविद्यालय पर देश की नजर है। इस बार केवल शिक्षा नीति नहीं बल्कि आर्थिक नीति पर भी चर्चा होने की उम्मीद की जा रही है।