नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद गोवा में 13 नवंबर को प्रधानमंत्री ने लोगों से 50 दिन मांगते हुए कहा था कि वे सिर्फ 30 दिसंबर तक धैर्य बनाए रखें. मोदी ने कहा था, ‘मैंने देश से 50 दिन मांगे हैं. अगर 30 दिसंबर के बाद मेरी कमी रह जाए, कोई मेरी गलती निकल जाए, कोई गलत इरादा निकल जाए, आप मुझे चौराहे में खड़ा करेंगे. खड़ा हो के देश जो सजा कहेगा वो सजा भुगतने को तैयार हूं.’ पर अब वह अपने बातों से मुकर गए हैं वह भी मान रहे हैं कि हालात धीरे- धीरे नॅार्मल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहा है कि नोटबंदी से पैदा हुए हालात 50 दिन बाद भी एकदम से नहीं बल्कि धीरे-धीरे सामान्य होंगे.
इंडिया संवाद के ख़बरों के अनुसार, गुजरात के बनासकांठा के डीसा में शनिवार को प्रधानमंत्री ने इसी बात की ओर इशारा करते हुए कहा कि लोग 30 दिसंबर के बाद एकदम से हालात सामान्य होने की उम्मीद न करें.
यह जानते हुए कि पूरी तरह नोटों को बदलना मुश्किल है, इसलिए प्रधानमंत्री लगातार डिजिटल ट्रांजैक्शन्स को बढ़ावा देने की बात कह रहे हैं. साथ ही इस बात पर जोर देते हुए कि नोटबंदी का फैसला साधारण नहीं था मोदी इसे गरीब आदमी की ताकत बढ़ाने वाला फैसला बता रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पचास दिन के बाद मैंने हिसाब लगाया है कि धीरे-धीरे कर के पहले जैसी स्थिति की तरफ बढ़ेंगे. माना जा रहा है कि उन्होंने यह बात इसलिए कही है ताकि लोग यह उम्मीद न करें कि 30 दिसंबर के बाद सभी बैंक और अन्य फाइनैंशल ऑपरेशन्स बिल्कुल सामान्य हो जाएंगे.