कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली थी. सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका ने कहा था कि राहुल गांधी 15 साल से अकेला ही लड़ रहा है. इस दौरान किसी ने उसका साथ नहीं दिया. उनका कहना था कि मैं उसका साथ देने और पार्टी की विचारधारा के लिए लड़ने आई हूं.
‘राहुल की बुराई करते हैं वरिष्ठ नेता’
प्रियंका ने कहा था कि कुछ वरिष्ठ नेता जो यहां बैठे हैं वो राहुल की बाहर बुराई करते हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के हवाले से कहा जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी में शामिल कई नेता प्रियंका की इस बात से सहमत थे कि नेताओं ने पार्टी को तरजीह नहीं दी. राहुल को जिस सहयोग की जरूरत थी वो उन्हें नहीं मिला.
न्यूज एजेंसी यूएनआई ने सूत्रों के हवाले बताया है कि प्रियंका ने बैठक में पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की कार्यप्रणाली पर कड़ा ऐतराज जताया था. उन्होंने बेहद तल्ख लहजे में कहा था कि कांग्रेस के हत्यारे इसी कमरे में बैठे हैं.
‘टिकट देने के लिए बनाया गया दबाव’
प्रियंका का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा था जब पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने वहां मौजूद कुछ वरिष्ठ नेताओं के नाम लिए और कहा कि उन्होंने अपने बेटों को टिकट देने के लिए दबाव बनाया था. लेकिन चुनाव के समय जो संकट सामने था पार्टी को उससे बाहर निकालने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया.
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा. कांग्रेस पार्टी 542 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में केवल 52 सीटें ही जीत पाई थी. वहीं, भारतीय जनता पार्टी को 303 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. डीएमके 23 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही.