लखनऊ। मशहूर मदरसा नदवतुल उलेम ने एक और मिसाल कायम की है। आज लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में मदरसा के 150 से अधिक छात्रों ने रक्त दान किया। गौरतलब है कि यह रक्त दान सांप्रदायिकता को खत्म करने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए किया है।
यह एक न भूलने वाली सच्चाई है कि जब जब देश को जरूरत पेश आई है, आलिमों और मदरसों ने आगे बढ़कर जान माल की क़ुरबानी दी है। लेकिन सच्चाई यह भी है कि मौजूदा समय में उनके कुरबानी को मुकम्मल तौर पर नज़रंदाज़ किया जा रहा है। यही नहीं मदरसों पर तरह तरह के आरोप भी लगाए गये हैं। जो चिंता का विषय भी है और अपमान का कारण भी, लेकिन जो लोग देश के लिए सच्चे जुनून रखते हैं वे हार कहाँ मानते हैं।
उन्होंने पहले भी कुर्बानियाँ दी हैं और यह सिलसिला आगे भी जरी रहेगा। जो लोग अपना खून अपनी जान देने के लिए तैयार हैं उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है। मदरसों के इन छात्रों को के जज्बों को समझें और उनकी कुरबानियां को महसूस करें।