महाराष्ट्रा में 165 जिस्मानी तौर पर माज़ूर अफ़राद और मुअम्मरीन ने सदर जमहूरीया से दरख़ास्त की है कि वो उन्हें 26 जनवरी को अपनी ज़िंदगी ख़त्म करने की इजाज़त दें ।
हुकूमत की उसके मात के तहत दो साल से अपनी पेंशन की अदम उसूली पर ये लोग ब्रहम ( गुस्सा) हैं । उन्होंने कहा कि अगर हुकूमत ने उनकी शिकायात का अज़ाला नहीं किया तो वो ख़ुदकुशी कर लेंगे। सदर जमहूरीया परनब मुखर्जी के नाम तैयार करदा याददाश्त को उन अफ़राद ने तहसीलदार के हवाले किया है । इन माज़ूरो ने शिकायत की है कि हुकूमत की स्कीमात से उन्हें राहत के बजाय मुसीबत मिल रही है।