16960 करोड़ की लागत से दौड़ेगी पटना की मेट्रो रेल

पटना : पटना मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का एसपीवी मॉडल में मुमकिना लागत 16960 करोड़ पर कराने के लिए प्रोजेक्ट परपोजल को मर्क़ज़ी हुकूमत, जेआइसीए, एडीबी को भेजने के लिए इंतेजामिया की मंजूरी दे दी गयी है. पटना मास्टर प्लान 2031 के मुताबिक पटना का फैलाव 1150 वर्ग किलोमीटर में होगा. इसमें दानापुर, खगौल, सैदपुर, फुलवारीशरीफ, बिहटा और फतुहा पटना महानगर की सरहद मुक़र्रर की गयी है. 2011 की मर्दम शुमारी के मुताबिक पटना की आबादी 20.32 लाख हो चुकी है. जो 2031 तक 36.3 लाख हो जायेगी.

एसपीवी मॉडल : एसपीवी मॉडल में रियासत व मर्क़ज़ी हुकूमत की 15-15 फिसद फंडिंग होती है. टैक्स का मर्क़ज़ के हिस्से और रियासत के हिस्से में बी बराबर की हिस्सेदारी होती है. बाक़ी रक़म के लिए जेआइसीए व एडीबी और दीगर बहरी अदारो से क़र्ज़ हासिल कर प्रोजेक्ट को चलाया जाता है. ज़्यादातर मेट्रो प्रोजेक्ट को जेआइसीए की तरफ से क़र्ज़ दस्तयाब कराया गया है.

मेट्रो से प्राइवेट गाड़ियों के इस्तेमाल में काफी कमी आयेगी. मेट्रो के चलने से आम शहरियों के सफ़र के वक्त में 50-75 फीसद समय की बचत होगी. पटना महानगर को 99 ट्रैफिक एनालिसिस जोनों में बांटकर ट्रैफिक पेशनगोई किया गया है. इसमें पाया कि 61 फीसद बस से चलनेवाले मुसाफिर व 72 फीसद बड़ी कारोबारी गाड़ियों से चलने वाले मुसाफिर मेट्रो में सफ़र की ख्वाहिश ज़ाहिर किया.

उन्होंने बताया कि कोरिडोर एक (ए) दानापुर से मीठापुर वाया बेलीरोड एवं रेलवे स्टेशन, कोरिडोर दो (बी)- दीघाघाट से उच्चन्यायालय -विकास भवन तक, कोरिडोर दो पटना रेलवे स्टेशन से नया अंतर्राजकीय बस अड्डा वाया गांधी मैदान और राजेंद्र नगर तक, कोरिडोर तीन मीठापुर बाइपास से चौख दीदारगंज तक और कोरिडोर चार मीठापुर बाइपास से फुलवारीशरीफ-एम्स तक है. मेसर्स राइट्स ने दो कोरिडोर का डीपीआर तैयार किया गया है.

इस्ट-वेस्ट कोरिडोर(दानापुर से माठापुर वाया पटना रेलवे स्टेशन) और नार्थ -साउथ कोरिडोर (पटना रेलवे स्टेशन-न्यू आइएसबीटी वाया गांधीमैदान, पटना मेडिकल काले, राजेंद्रनगर स्टेशन) शामिल है. इसमें भूमि अधिग्रहम की कुल रक़म 3225 करोड आंकी गयी है. डीपीआर में मुख्तलिफ किस्म के मर्क़ज़ व रियासत के कुल टैक्स रक़म 1962 करोड़ आंकी गयी है.