बेंगलूरू। मैसूर यातायात पुलिस की नाक में दम कर देने वाली लड़की आखिरकार पुलिस के चंगुल में फंस ही गई। इसकी पहचान केआर मोहल्ले में रहने वाले गायत्री की बेटी के रूप में हुई है जो 17 साल की है और 12 कक्षा की छात्रा है। इस लड़की ने यातायात पुलिस की नाक में दम करते हुए 64 बार नियमों का उल्लंघन किया तह। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों की यातायात पुलिस ने लड़की के घर वालों से 9,100 रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किए हैं।
शहर के एक नामी कॉलेज में 12 कक्षा की छात्रा को उसके घर वालों ने स्कूल जाने के लिए उसे मोपेड दिलवाई थी। पुलिस को चकमा देने के लिए उसने अपनी गाड़ी से नंबर प्लेट हटा दी थी। हाल ही जब कॉन्सटेबल वसंत कुमार को जानकारी मिली कि एक मोपेड पर तीन लोग सवार होकर जा रहे हैं तो उसने मेट्रोपोल सर्कल के निकट दासप्पा सर्कल पर उसे रोक लिया।
जब कॉस्टेबल ने लड़की से बिना पंजीकृत प्लेट की गाड़ी चलाने के बारे में पूछा तो उसने मोपेड की डिक्की से नंबर प्लेट निकालकर कॉन्सटेबल को दिखा दी। कॉन्सटेबल वसंत कुमार ने जब गाड़ी का पुराना रेकार्ड चेक किया तो उसे पता लगा कि एफटीवीआर के तहत वह 64 बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर चुकी है। पुलिस ने गाड़ी को तत्काल प्रभाव से सीज कर दिया और लड़की को निर्देश दिए कि फाइन जमा करने के लिए अपने अभिभावक को लेकर पुलिस स्टेशन लेकर आए।
पुलिस ठाणे आने पर देवराज यातायात पुलिस निरीक्षक संदेश कुमार लड़की के माता-पिता पर गुस्से में थे। उनका कहना था कि वो अपनी पुत्री पर नज़र नहीं रख सकते। चूंकि लड़की बालिग़ नहीं थी और इस दौरान दुपहिया वाहन चलाया एवम यातायात नियमों को अनेक बार तोडा, पुलिस ने जुर्माने के रूप में 9,100 रुपए का जुर्माना वसूल किया। संदेश कुमार ने कहा कि कॉलेज के अधिकारियों को ऐसी गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिए।