प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पाकिस्तान पर तीखा प्रहार करते हुए पड़ोसी देश के नेतृत्व को चेताया कि भारत उरी हमले को कभी भूलेगा नहीं और 18 जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
उरी आतंकी हमले के बाद पहली सार्वजनिक रैली में पीएम मोदी ने कहा कि भारत, पाकिस्तान को कूटनीतिक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा और आतंक के निर्यात, निर्दोष लोगों की हत्या और खूनखराबे जैसी उसकी गतिविधियों का पर्दाफाश करेगा।
बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से इतर कोझिकोड में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आतंकवादी ध्यान से सुन लें कि भारत उरी हमले को कभी भूलेगा नहीं।।। मैं पाकिस्तान के नेतृत्व को बताना चाहता हूं कि हमारे 18 जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।’
उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उस देश द्वारा आतंकवादियों के निर्यात के कारण ही हमारे 18 सैनिक शहीद हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि एशिया में एक देश ऐसा है जिसका मकसद आतंकवाद को फैलाना है और वह देश यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है कि 21वीं सदी एशिया की सदी नहीं बन सके।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आतंकवाद के लिए प्रत्येक राष्ट्र केवल एक देश को जिम्मेदार बता रहा है। एशिया में केवल एक देश आतंकवादियों की पनाहगाह है। वह एकमात्र ऐसा देश है जो दुनियाभर में आतंक का निर्यात करने में लगा है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘चाहे अफगानिस्तान हो या बांग्लादेश हो या कोई अन्य देश हो, हमने देखा है कि जहां कहीं से भी आतंकी घटनाओं की खबर आती है, आतंकवादी या तो उस देश (पाकिस्तान) से गए होते हैं या अपराध करने के बाद वहां रह रहे होते हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद के समक्ष कभी नहीं झुका है और भविष्य में भी नहीं झुकेगा।