ब्रिटेन की एक अदालत ने 18 साल की एक लड़की को ब्रिटिश म्यूजियम पर आतंकी हमले की योजना बनाने के मामले में दोषी ठहराया है। इस फैसले के बाद सफा बाउलार नामक यह युवती इस्लामिक स्टेट की सबसे कम उम्र की दोषी ब्रिटिश आतंकी बन गई है। सफा की मां मिना डिच (44) को भी उसकी मदद करने के लिए दोषी ठहराया गया है।
सफा बाउलार पर आरोप था कि वह आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया जाने की योजना बना रही थी। आईएस के आतंकी और अपने प्रेमी के मारे जाने के बाद वह लंदन में आतंकी हमला करने की तैयारी कर रही थी।
खबर के मुताबिक, ओल्ड बैले स्थित एक ज्यूरी ने उसे आतंकवाद के दो आरोपों में दोषी ठहराया। रिपोर्ट में कहा गया कि उसे छह सप्ताह के अंदर सजा सुनाई जाएगी। 2015 में बाउलार पेरिस में हुए आतंकी हमलों के बाद आतंकियों के ऑनलाइन संपर्क में आकर कट्टरपंथ की शिकार हो गई थी। उस समय वह 16 साल की थी।