तेलंगाना भर में 19 अगस्त को अवाम का जो ख़ुसूसी सर्वे Samagrah Kutamba Survey होने वाला है। इस बारे में अवाम ख़ासकर अक़लीयतों में शऊर की बेदारी बहुत ज़रूरी है क्यों कि अक़लीयतें बिलख़सूस मुसलमान मआशी तालीमी सियासी और समाजी हर लिहाज़ से पसमांदा हैं। उन की मआशी और तालीमी पसमांदगी का हाल ये है कि वो मुल्क का सब से पसमांदा तबक़ा हैं।
इसी तरह सियासी शोबा में भी मुल्क की इस सब से बड़ी अकलियत की नुमाइंदगी ना होने के बराबर है। इन हालात में हुकूमत तेलंगाना ने घर घर समाजी और मआशी सर्वे का जो एलान किया है वो बहुत अहमियत रखता है।
इस सर्वे की बुनियाद पर रियासत में आबादी, अवाम के समाजी और मआशी मौक़िफ़ वगैरह का ताऐयुन करते हुए सब्सीडी देने या ना देने का फैसला किया जाएगा। हुकूमत और सरकारी ओहदेदारों का दावा है कि सिविल सप्लाईज़/ग़िज़ाई सब्सीडी पर 1400 करोड़ रुपये सर्फ़ किए जा रहे हैं जब कि वज़ीफ़ा पीरानासाली और वज़ीफ़ा माज़ूरीन और बेवाओं को दीए जाने वाले पैंशन ( वज़ाइफ़) पर ख़र्च की जाने वाली रक़म 4000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी।
इसी तरह फीस बाज़ अदाएगी स्कीम के बाइस हुकूमत पर 6200 करोड़ रुपये का बोझ आइद होगा। ऐसी सूरते हाल में रियासती हुकूमत 19 अगस्त को घर घर सर्वे करते हुए मुस्तहिक़ शहरियों को सब्सीडी के समरात से मुस्तफ़ीद कराने की ख़ाहां है।
इस सर्वे की अहमियत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस में जिस फ़ार्म की ख़ानापुरी की जाएगी उस में आप की आमदनी, उम्र, मज़हब, पेशा, ज़ात-पात, तालीम, नौकरी ( मुलाज़मत ) वगैरह की तफ़सीलात दर्ज की जाएंगी।
19 अगस्त को घर घर पहूँच कर सरकारी मुलाज़मीन बाशमोल बल्दी मुलाज़मीन और असातिज़ा जिन फॉर्म्स की ख़ानापुरी कराएंगे उन में ये पूछा जाएगा कि आप के पास एल पी जी कनेक्शन (गैस सेलनडर है या नहीं), आप किस ज़ात से ताल्लुक़ रखते हैं।
ये ऐसा सवाल है जिस का जवाब मुस्लिम अक़लीयतें ही दे सकती हैं कि वो मआशी तौर पर इंतिहाई पसमांदा हैं। कमिशनर बल्दिया मिस्टर सोमेश कुमार के मुताबिक़ अब जी एच एम सी हुदूद की आबादी एक करोड़ से तजावुज़ कर गई है।
शहर की मज़हबी, सियासी, समाजी और सक़ाफ़ती तन्ज़ीमों के ओहदेदारों का कहना है कि इस सर्वे के ताल्लुक़ से मुसलमानों को किसी किस्म की ग़फ़लत नहीं बरतनी चाहीए क्यों कि हर लिहाज़ से मुसलमान ही सब से ज़्यादा पसमांदा हैं।
इस सर्वे की बुनियाद पर मुस्तक़बिल में हाउज़िंग, राशन कार्ड्स की इजराई, वज़ीफ़ा की मंज़ूरी, फीस बाज़ अदाएगी, और दीगर सरकारी स्कीमात से इस्तिफ़ादा का मौक़ा फ़राहम किया जाएगा। ऐसे में शहर और अज़ला के मुसलमानों को मज़कूरा तमाम दस्तावेज़ात के साथ 19 अगस्त के घर घर सर्वे के लिए तैयार रहना चाहीए क्यों कि ये एक मर्दम शुमारी की भी हैसियत रखता है।
डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर मुकेश कुमार मीना और जी एच एम सी कमिशनर सोमेश कुमार के मुताबिक़ इस ख़ुसूसी सर्वे की तैयारीयां ज़ोरो शोर से जारी हैं और उम्मीद है कि 19 अगस्त को सिर्फ़ एक दिन में ये मुकम्मल हो जाएगा।