1956 करोड़ का जिमनी बजट पेश, चार को कानून निज़ाम पर बहस

वजीरे खजाना राजेंद्र प्रसाद सिंह ने एसेम्बली में 195636.14 लाख रुपये का जिमनी बजट पेश किया। इसमें एसेम्बली इंतिख़ाब और सरकारी मुलाज़िमीन के तंख्वाह अलौएन्स समेत दीगर जरूरी खर्चो के लिए पैसों का इंतेजाम किया गया है। बजट पर सनीचर को बहस होगी।

रियासती हुकूमत की तरफ से पेश पहले जिमनी में से ज़्यादातर (89.43 फीसद) रकम की मुखतीस आमदनी खर्च के लिए किया गया है। बजट में गैर मंसूबा के लिए 174971.12 लाख और सरमाया तखलिक के लिए 20665.02 लाख रुपये का मुखतीस है। आमदनी खर्च के तौर में जितनी रकम का बंदोबस्त किया गया है उसमें रियसती हुकूमत के मुलाज़िमीन का तंख्वाह अलौएन्स समेत दीगर क़याम खर्च शामिल है।

हुकूमत ने एसेम्बली इंतिख़ाब के लिए 110 करोड़ रुपये का इंतेजाम किया है। इस रकम में इंतिखाबी काम में लगाने जानेवाले अफसरों, मुलाज़िमीन के अलावा इंतिख़ाब से जुडी सामानों पर होनेवाला खर्च को शामिल किया गया है। बजट में सबसे ज्यादा रकम देही काम महकमा (आरइओ) के लिए किया गया है।

इस महकमा के लिए कुल 761.02 करोड़ रुपये की तजवीज किया गया है। इसमें से 760.48 करोड़ रुपये तंख्वाह अलौएन्स समेत दीगर क़िस्म के क़याम खर्च के लिए किया गया है, जबकि बाक़ी रकम सरमाया तखलिक के लिए है।