हैदराबाद 14 दिसंबर: आरएसएस सरबराह एस गुरु मूर्ति ने कहा कि नई 2 हजार रुपये की मुद्रा केवल नोट रध के बाद पैदा हुए संकट से निपटने के लिए ”अस्थायी ” व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि सरकार यह मुद्रा भी बंद कर देगी। गुरु मूर्ति के बारे में कहा जाता है कि वह नोट रध के सारे प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
उन्होंने ”इंडिया टुडे” समाचार चैनल को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि 500 और 1000 रुपये की मुद्रा बंद करने के कारण मांग और नेतृत्व में जो अंतर पैदा होगा उसे दूर करने के लिए ही दो हजार रुपये की मुद्रा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि बैंकों को निर्देश दिया जाएगा कि वे 2 हजार रुपए की नोट रखलें और कम मूल्य वाली मुद्रा को आम करें। इसलिए जब बैंकों में 2 हजार रुपये की मुद्रा आएगी तो वे इसे वापस नहीं करेगे।
उन्होंने कहा कि अतीत में भी कई सीरीज में नोटों को इसी तरह समाप्त किया गया। उन्होंने कहा कि मुद्रा रध का महत्वपूर्ण मकसद दोलत का सही अनुमान स्थापित करना और गैर परिकलित धन का पता लगाना है। मोदी सरकार इस उद्देश्य में सफल रही है।