गाजा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के येरूशलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने के बाद कई जगहों पर हिंसा भड़क गई है। अरब देशों के साथ-साथ भारत में भी इसका विरोध शुरू हो गया है।
शुक्रवार को पश्चिमी तट और गाजा में फिलिस्तीनियों और इजरायली सैनिकों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। इस दौरान इजरायली सैनिकों की गोलियों से फिलिस्तीन के 2 नागरिकों के मारे जाने की खबर है।
जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जॉर्डन से लेकर इंडोनेशिया तक सड़कों पर निकलकर इस फैसले के खिलाफ अपने विरोध का इजहार किया।
प्रदर्शनकारियों ने गुस्से का इजहार करते हुए इजरायली-अमेरिकी झंडे जलाए और ट्रंप के पोस्टरों को पैर के तले कुचला। पश्चिम तट पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए, जिससे रामल्ला और बेथलहेम के ऊपर धुआं छा गया। फिलिस्तीनी पत्थरबाज सड़कों पर आ गए। सैनिकों ने आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां छोड़ीं।
गाजा और इजरायल की सीमा पर भी झड़पों की खबर मिली है। रेड क्रेसेंट पैरामेडिक्स और स्वास्थ्य के अधिकारियों के मुताबिक 3 फिलिस्तीनी जिंदा कारतूस से जख्मी हो गए और 12 को रबर पैलेट लगी। मेडिक्स ने बताया कि आंसू गैस के कारण दर्जनों लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि जुमे की नमाज के बाद शहर के मैसूमा, छत्ताबल, हसनाबाद और अबीगुजर इलाकों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए गए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका विरोधी नारे लगाए तथा येरूशलम को इजरायल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के ट्रंप के फैसले की निंदा की।
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