2008 के मआशी बोहरान से दुनिया ने सबक़ नहीं सीखा : मर्केल

बर्लिन । यक्म जनवरी । ( पी टी आई ) जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने बिगड़ती हुई मआशी सूरत-ए-हाल के पेश नज़र अपने मुल्क के अवाम को आने वाले दुशवार गुज़ार हालात के बारे में ख़बरदार किया है ।
चांसलर मर्केल ने साल नौ के मौक़ा पर क़ौम से ख़िताब के मौक़ा पर ख़बरदार किया कि 2013 में इक़तिसादी फ़िज़ा साज़गार नहीं होगी बल्कि दुशवार गुज़ार होगी जो अवाम से इत्तिहाद , अज़म हिम्मत-ओ-हौसले की तलबगार है।

चांसलर मर्केल ने जर्मन मईशत पर तालीम-ओ-तहक़ीक़ की अहमियत को उजागर किया और कहा कि इस के ज़रीया अवाम की बेहतरी का पहलू तलाश किया जाना चाहीए । हमारे मुल्क के लिए तहक़ीक़ का मतलब मुलाज़मत है और देखना चाहीए कि आया हम एसा कुछ कर सकते हैं जो कोई दूसरे नहीं कर सकते ।