पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बाद मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी कबूला है कि मुंबई आतंकी हमले के पीछे लश्कर के आतंकियों का हाथ था। यह बात इमरान खान ने खुद कबूली है। पाकिस्तान में सरकार बनाने के बाद पहली बार शुक्रवार को इमरान खान ने विदेशी मीडिया (वॉशिंगटन पोस्ट) को अपना पहला इंटरव्यू दिया।
इस मौके पर वे कई विषयों पर बोलते दिखे, जिसमें 26/11 आतंकी हमले के गुनहगार लशकर- ए- तैयबा का आतंकी रहमान लखवी के जेल से रिहा होने पर उठे सवालों का भी जिक्र भी था।
2008 Mumbai terror attack perpetrated by #Pakistan terror group #LeT, admits Imran Khan#ImranKhanPrimeMinister #2611attackshttps://t.co/eZRKFGDzHj pic.twitter.com/IajcmnKUKw
— ET Defence (@ETDefence) December 8, 2018
वॉशिंगटन पोस्ट को दिए अपने इंटरव्यू में इमरान ने कहा, ‘2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में लश्कर के आतंकी शामिल थे। मैंने अपनी सरकार को इस केस की स्थिति को जानने के आदेश दिए हैं।
इस केस को सुलझाना हमारे लिए जरूरी है, क्योंकि यह एक आतंकी हमला था।’ जो बात भारत लगातार पाकिस्तान और विश्व मंच पर कहती आई है। उस बात नौ साल पुराने केस पर पहली बार इमरान खान ने कबूला है कि मुंबई हमले में LeT के आतंकी शामिल थे।
उन्होंने ये बयान आतंकी संगठन लशकर- ए- तैयबा के प्रमुख जकीउर रहमान लखवी के जेल से रिहा होने पर उठ रहे सवालों पर दिया। इमरान ने कहा कि वे चाहते हैं कि मुंबई में बम धमाकों को अंजाम देने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इमरान से पहले पाक के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का भी मुंबई आतंकी हमले पर बड़ा कबूलनामा सामने आया था। उन्होंने माना था कि पाकिस्तान सरकार की मदद से आतंकी सीमा पार करके भारत में पहुंचे थे।
पाकिस्तान अखबार ‘डॉन’ को दिए इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में नवाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार ने आतंकियों को सीमा पार करके जाने और मुंबई में हमला करने की इजाजत क्यों दी?
साथ ही, उन्होंने पाकिस्तान में चल रहे 26/11 केस का ट्रायल पूरा न होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा था कि आतंकियों का समर्थन करने के कारण पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ गया है।