हैदराबाद । 3 जनवरी । ( प्रेस नोट) साले नौ 2012 का आग़ाज़ तीन नादिर फ़लकयाती नज़ारों के साथ होरहा है जो शाइक़ीन के लिए दिलचस्पी का बाइस होसकता है । पलानेटेरी सोसाइटी के जनरल सैक्रेटरी एन सिरी रग्घू नंदन कुमार ने कहाकि 3 जनवरी की शाम चांद का स्यारा मुशतरी के साथ संगम होगा ।
दरअसल चांद-ओ-मुशतरी एक दूसरे से बहुत करीब हूजाएंगे और सादा आँख के ज़रीया ये नज़ारा किया जा सकता है । 5 जनवरी को कुर्रा-ए-अर्ज़ , सूरज से (तकरीबन 147 मिलियन कीलोमीटर ) बहुत करीब होजाएगा । जबकि 5 जुलाई को ये सय्यारे एक दूसरे से ( तकरीबन 152 मिलियन कीलोमीटर) दूर हूजाएंगे । 13 जनवरी तक शहाबियों की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा ।
4 जनवरी को ये बारिश शिद्दत इख़तियार करसकती है और तारीक मुक़ामात से जहां आबादियां और स्टरीट लाईटस नहीं हैं आसमान पर शुमाल और शुमाल मशरिक़ की सिम्त सादा आँख से ये तीनों नज़ारे किए जा सकते हैं। मज़ीद मालूमात www.ournewplanets.com पर देखी जा सकती हैं।