नई दिल्ली 20 अक्तूबर (पी टी आई) अरब ममाल में जिस तरह सूफियाना शायरी ने हाल ही में सब को अपना गवीदा बना लिया है बिलकुल वही इन्क़िलाब जनवरी 2012-ए- में जयपुर के आइन्दा लिटरेचर फेस्टिवल में देखने को मिल सकता ही। फ़ैस्टीवल के एक डॉ रिक्टर विलियम डालर मपल ने कहा कि जयपुर फ़ैस्टीवल में बेहतरीन मुसन्निफ़ क़लमकार और कालम निगार हिस्सा लेते हैं। हिंदूस्तान में भी ऐसे मुसन्निफ़ीन, क़लम कारों और कालम निगारों की कोई कमी नहीं है जबकि फ़ैस्टीवल के आइन्दा ऐडीशन में सूफ़ी और भक्ती अदब पर ज़ाइद तवज्जा दी जाएगी। जलाल उद्दीन मुहम्मद रूमी जो तेरहवीं सदी के फ़ारसी शाचर थे सूफियाना कलाम माहिरीन के दरमयान मुबाहिसा का मौज़ू होगा। मिस्टर डालर मपल ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि फ़ैस्टीवल में सूफ़ी और भक्ती अदब के माहिरीन को मदऊ किया गया है और हमारी पूरी कोशिश है कि वो इस फ़सटीवल में शिरकत करें जिन में मौलाना रूमी के सूफियाना कलाम के माहिर समझे जाने वाले फ्रैंकलिन लेविस की शिरकत भी मुतवक़्क़े है इलावा अज़ीं कार्ल अर्नेस्ट और रिचर्ड अटन भी शिरकत करेंगी। सूफियाना कलाम के इलावा फ़ीसीवल में अरब के मोज़ॶा पर भी सैर हासिल मुबाहिसा होगा। याद रहे कि हालिया दिनों में आलम अरब में अवाम ने बादशाहत या किसी एक ही ख़ानदान की तवील हुकूमत के ख़िलाफ़ शदीद एहतिजाज किए हैं। इन मुबाहिसों में मशरिक़-ए-वुसता के क़लमकारों की शिरकत भी मुतवक़्क़े ही। अरब स्प्रिंग इन दी मिडल ईस्ट के उनवान से सैर हासिल बेहस की जाएगी जिस में ईरान के रज़ा असलान, फ़लस्तीनी वकील और कलमकार राज शीहादी, लीबाई मुसन्निफ़ असयाम और लुबनान के हन्नान शकीब भी शिरकत करेंगी। यहां इस बात का तज़किरा बेजा ना होगा कि डालर मपल ख़ुद भी सूफ़ी मूसीक़ी के दिलदादा हैं और अपनी बेशतर तसनीफ़ात में उन्हों ने इस का वाज़िह तज़क्कुर किया ही।