मुज़फ़्फ़रनगर: एक मुक़ामी अदालत ने यहां सितंबर 2013 में पेश आए फ़सादात के दौरान एक रेप केस के सिलसिले में पाँच मुल्ज़िमीन को इस मामले में ख़ुसूसी तहक़ीक़ाती टीम की केस को बंद करदेने की रिपोर्ट मुस्तरद करदेने के बाद समन जारी करदिए हैं।
चीफ़ जूडीशल मजिस्ट्रेट नरेंद्र कुमार ने कल हिदायत दी कि पाँच मुल्ज़िमीन इस गैंग रेप केस के सिलसिले में 3 अगस्ट को अदालत में हाज़िर हूँ। अस्सिटेंट डिस्ट्रिक्ट गर्वनमेंट काउंसिल साजिद राना के मुताबिक़ ये फ़ैसला उस पस-ए-मंज़र में दिया गया जबकि मुतास्सिरा ख़ातून ने एस आई टी की इख़तेतामी रिपोर्ट के जवाज़ को अदालत में चैलेंज किया।
ख़ातून का बयान अब ज़ाबता फ़ौजदारी के सेक्शन 164 के तहत एक ख़ातून मजिस्ट्रेट के रूबरू कलमबंद कराया गया है। पाँच मुल्ज़िमीन सुनील, रमेश, राम कुमार, देवेंद्र और योगेंद्र पर इस ख़ातून की इस्मत रेज़ि का इल्ज़ाम है, जो तब 30 साल की थी। ये वाक़िया 8 सितंबर 2013 को इस ज़िले के मौज़ा फोगना में पेश आया जबकि वो इलाक़ा फ़िर्कावाराना तशद्दुद से मुतज़ल था, जिस में मुतअद्दिद अफ़राद मारे गए।