2016 में भारत प्रेषण प्राप्त करने वाले देशो में शीर्ष स्थान पर है: यूएन रिपोर्ट

दुनियाभर में काम कर रहे भारतीयों ने पिछले वर्ष 62.7 अरब डॉलर विदेश से अपने घरो में भेजे हैं, जिससे भारत प्रेषित धन प्राप्त करने वाले देशो में श्रेष्ठ स्थान पर आ गया है। इस मामले में भारत ने चीन को पछाड़ दिया है।

यूएन इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट (आईएफ़एडी) के एक अध्ययन ‘वन फॅमिली एट अ टाइम ‘ मे कहा गया है की, 200 मिलियन प्रवासियों ने विश्व स्तर पर 2016 में 445 मिलियन डॉलर से अधिक अपने परिवारों को प्रेषण के रूप में भेजा है, जिससे लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकलने में मदद मिली है।

प्रेषण प्रवाह पिछले दशक में प्रतिवर्ष 4.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा है, यह 2007 में 296 अरब डॉलर से 2016 में 445 अरब डॉलर हो गया है।

यह पहला ऐसा अनुसन्धान है जिसमे 2007-2016 के दौरान हुए माइग्रेशन और प्रेषण प्रवाह के बारे में अध्यन किया गया है। अध्ययन के अनुसार भारत, चीन, फिलीपींस, मैक्सिको और पाकिस्तान के नेतृत्व में 23 अन्य देश 80 प्रतिशत प्रेषण प्राप्त कर रहे हैं।

वहीं, अमेरिका, सऊदी अरब और रूस के नेतृत्व में अन्य 10 देशो से आधे से ज़्यादा वार्षिक प्रवाह होता है।

अध्ययन के अनुसार, भारत 2016 में प्रेषण प्राप्त करने वाले देशो में 62.7 अरब डॉलर का प्रेषण प्राप्त कर शीर्ष स्थान पर है। उसके बाद, चीन को 61 अरब डॉलर, फिलीपींस को 30 अरब डॉलर और पाकिस्तान को 20 अरब डॉलर के प्रेषण धन की प्राप्ति हुई है।