2019 लोकसभा चुनाव: अखिलेश और मायावती में गठबंधन मुमकिन है!

यूपी में लम्बे समय से वर्चस्व की लड़ाई के लिए संघष कर रही बसपा सुप्रीमो मायावती को सपोर्ट देने के लिए उनकी धुर विरोधी रही समाजवादी पार्टी के मुखिया अब उनके साथ कदम ताल मिलाने को तैयार हैं।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने की बीएसपी की घोषणा के बाद अखिलेश ने भी ट्वीट करके कांग्रेस को समर्थन का ऐलान कर दिया। सपा बसपा के इस कदमताल से पहले भी यह फार्मूला गोरखपुर-फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में अपनाया गया था।

सूत्रों की मानें तो अखिलेश यादव गठबंधन की राह में कोई रोड़ा नहीं चाहते हैं। इसीलिए वे मायावती को तवज्जोह दे रहे हैं। गोरखपुर-फूलपुर के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को एसपी ने हराया, लेकिन तेवर और हौसले मायावती के बुलंद हुए। राज्यसभा चुनाव के बाद माया ने अखिलेश के साथ करार किया था कि वे एक दूसरे को सपोर्ट करेंगी।

बताते चलें कि मायावती ने राज्यसभा चुनाव में रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ ‘राजा भैया’ और आरएलडी की भूमिका को लेकर अखिलेश यादव को अनुभवहीन करार दे दिया।

इसके बाद से ही सपा ने अपने सभी बड़े सियासी फैसलों में मायावती के अनुयायी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। 2014 में जीरो और 2017 में 19 सीटों पर सिमटने वाली बसपा के दिन बदलने में एसपी की ही अहम भूमिका रही।

दूसरे राज्यों के चुनाव खासकर कनार्टक में भी बीएसपी का खाता खुलना व विपक्षी एकता के मंचों पर मायावती को अधिक तवज्जो मिलना भी बीएसपी के पक्ष में गया।

वहीं, अखिलेश यादव कम सीटें मिलने पर भी मायावती के साथ गठबंधन करने जैसे बयान देते रहे। अब उनके समर्थक भी यह मानने लगे हैं कि सपा अध्यक्ष अखिलेश अब मायावती के साथ कदम ताल कर रहे हैं।

साभार- ‘पत्रिका’