2030 तक हिंदूस्तान को एक हजार नए तय्यारों की ज़रूरत

हिंदूस्तान को 2030 तक 1,043 मुसाफ़िर बर्दार और बारबर्दार तय्यारों की ज़रूरत होगी जिन की जुमला मालियत 145 बिलियन डॉलर्स होगी ।हवा बाज़ी की बड़ी कंपनी एयर बस के एक मार्किट सर्वे मे ये बात कही गई है । पेश क़ेयासी की गई है कि जुमला 1,020 मुसाफ़िर बर्दार और 23 कार्गो तय्यारों की ज़रूरत होगी । ये ज़रूरत जहां तक मालिया और तादाद का सवाल है हिंदूस्तान को दुनिया की चौथी बड़ी हवाबाज़ी मार्किट बना देगी ।

एयर बसके सरबराह बराए मार्किटिंग हिंदूस्तान मिस्टर जोनसट वैन डियर हैजान ने ये बात बताई । उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान में सालाना मुसाफ़िर बर्दार ट्रैफिक में 7.2 फीसद की शरह से इज़ाफ़ा होता है जबकि एशियाई इलाक़ाई सतह पर ये इज़ाफ़ा 5.9 फीसद होता है । आलमी सतह पर हवा बाज़ी ट्रैफिक की शरह में 4.8 फीसद की शरह से इज़ाफ़ा होता है । उन्हों ने कहा कि जिन 1,020 तय्यारों की ज़रूरत होगी इन में 860 तय्यारे इज़ाफ़ी रूटस पर परवाज़ों के लिए होंगे जबकि 160 तय्यारे मौजूदा तय्यारों की तबदीली के लिए होंगे ।

फ़िलहाल हिंदूस्तान 327 तय्यारों का बीड़ा रखता है । इस में तीन गुना से ज़्यादा इज़ाफ़ा होगा ।मिस्टर हैजान एक प्रेस कान्फ़्रैंस से ख़िताब कर रहे थे । उन्हों ने कहा कि नए मुसाफ़िर बर्दार तय्यारों में 646 तय्यारे A320 और A320neo के इलावा 308 फैमिली होंगे । जबकि कुछ तय्यारे मज़ीद बेहतर और असरी सहूलतों वाले होसकते हैं।

उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान में शहरी इलाक़ों की ज़बरदस्त और तेज़ रफ़्तार तरक़्क़ी के इलावा मआशी तरक़्क़ी की वजह से फ़िज़ाई ख़िदमात की तलब में ज़बरदस्त इज़ाफ़ा हुआ है ।

कहा गया है कि हिंदूस्तानी मईशत में चैलेंजस के बावजूद अच्छी तरक़्क़ी की वजह से अंदरून-ए-मुल्क फ़िज़ाई मोसाफ़रीन की तादाद में तेज़ी से इज़ाफ़ा हो रहा है और दुनिया में इतनी तेज़ी से इस शोबा में इज़ाफ़ा कहीं और देखने में नहीं आया है ।