वाशिंगटन, 14 दिसंबर: (पीटीआई) सफ़ेद फ़ाम इमकान है कि अमेरीका में 2043 तक अक्लीयत में आ जाएंगे और पहली बार अक्सरीयती तबक़ा का मौक़िफ़ खो बैठेंगे जो अमेरीकी क़ौम के वजूद में आने के वक़्त से अब तक बरक़रार है।
मर्दुमशुमारी ( जनगणना) ब्यूरो के बमूजब अमेरीका अक्सरीयत अक़्लीयत मुल्क बनने के मौक़िफ़ में 2043 तक आजाएगा जबकि ग़ैर हिसपानवी सफ़ेद फ़ाम आबादी को नसली ऐतबार से क़दीम तर और मुतनव्वे क़रार दिया जाएगा। अक्लीयतें जो अब अमेरीका आबादी का 37 फ़ीसद हैं, इमकान है कि 2060 तक जुमला आबादी का 57 फ़ीसद हो जाएंगी।
अक़्लीयतें किसी एक नस्ल ग़ैर हिसपानवी सफ़ेद फ़ाम आबादी या जुमला अक्लीयती आबादी से ताल्लुक़ नहीं रखती। अमेरीका में अक्लीयतों की आबादी 2043 तक दो गुनी से ज़्यादा यानी 11 करोड़ 62 लाख से 24 करोड़ 13 लाख हो जाएगी।
ग़ैर हिसपानवी सफ़ेद फ़ाम आबादी इमकान है कि 2024 तक 19 करोड़ 96 लाख हो जाएगी जो जारीया साल 19 करोड़ 78 लाख है। इसके बरअक्स दीगर नसलों के ग्रुप्स की आबादी में बतदरीज इन्हितात (कमी) पैदा हो रही है।
वो 2024 से 2060 के दरमयान कम अज़ कम 2 करोड़ 6 लाख कम हो जाएंगे। सफ़ेद फ़ाम हिसपानवी 2012 में 5 करोड़ 33 लाख हैं और 2060 में 12 करोड़ 88 लाख हो जाएंगे, जिसके नतीजा में इस मुद्दत के इख़तताम ( खत्म/ समाप्ति) तक अमेरीकी शहरीयों की जुमला तादाद का एक तिहाई ग़ैर हिसपानवी सफ़ेद फ़ाम होंगे जो फ़िलहाल 16 फ़ीसद हैं।
महकमा मर्दुमशुमारी के बमूजब स्याह फ़ाम आबादी में इज़ाफ़ा हो रहा है, जो फ़िलहाल 4 करोड़ 12 लाख है और इस मुद्दत में इमकान है कि 6 करोड़ 18 लाख हो जाएगी। जुमला आबादी में 2012 में जिसका तनासुब 13.1 फ़ीसद है। 2060 में 14.7 फ़ीसद हो जाएगी |