रांची : रियासत के 2099 पारा असातिज़ा की सर्विस खत्म होगी़ इनके पास पारा असातिज़ा बनने की कम से कम काबलियत नहीं है़। बिना काबलियत के ही ये सालों से स्कूलाें में पढ़ा रहे हैं। हुकूमत की तरफ से मौका दिये जाने के बाद भी इन पारा असातिज़ा ने काबलियत का कम अज़ कम मेयार पूरा नहीं किया़। तालीम महकमा अब ऐसे असातिज़ा पर कार्रवाई करेगा़। यही नहीं, झारखंड तालीम प्रोजेक्ट ने ऐसे तमाम पारा असातिज़ा से खुद अपनी सर्विस छोड़ने की दरख्वास्त किया है, जिनके पास कम अज़ कम काबलियत नहीं है़। ऐसा नहीं करने पर इन पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी़ सर्टिफिकेट की जांच के बाद ऐसे पारा असातिज़ा की सर्विस खत्म कर दी जायेगी़।
रियासत में तालीम गांरटी सेंटर में शुरू में मैट्रिक पास उम्मीदवारों की तकर्रुरी की गयी थी़। तालीम गारंटी सेंटर को बाद में उत्क्रमित प्राइमरी स्कूल में अपग्रेड कर दिया गया़ इसके बाद गारंटी सेंटर में तकर्रुरी उम्मीदवारों को इंटरमीडिएट की इम्तिहान पास करने को कहा गया़। इसके लिए 2008 तक का वक़्त दिया गया था़। इसके बाद भी 2099 पारा असातिज़ा ने इंटर की इम्तिहान पास नहीं की़। ये सभी मैट्रिक की काबलियत पर ही नौकरी कर रहे है़ं।
काबलियत के मेयार को पूरा नहीं करनेवाले पारा असातिज़ा पर भारत सरकार ने कई बार सवाल खड़े किये थे़। पारा असातिज़ा की तंख्वाह की 65 फीसद रकम भारत सरकार व 35 फीसद रकम रियासती हुकूमत देती है़। मरकज़ी हुकूमत ने इन पारा असातिज़ा की तंख्वाह की अदायगी पर रोक लगाने की वार्निंग दी थी़। पर रियासती हुकूमत की तरफ से कई बार वक़्त मांगा गया था़। इसके बाद भी ये पारा असातिज़ा इंटर की इम्तिहान पास नहीं कर रहे हैं।