क़ाहिरा, 27 जनवरी (पी टी आई) मिस्र की एक अदालत ने 21 अफ़राद को जिन्होंने मुबय्यना तौर पर गुज़श्ता साल फुटबॉल तशद्दुद में हिस्सा लिया था, जिस में 24 अफ़राद हलाक हो गए थे, सज़ाए मौत सुना दी। इस फ़ैसला के नतीजा में मिस्र के साहिली शहर में ताज़ा तशद्दुद फूट पड़ा।
जिस में 28 अफ़राद हलाक हुए । फैसला का ऐलान होते ही सज़ा पाने वाले अफ़राद के अरकान ख़ानदान ने हंगामा बरपा किया । सेक्युरिटी फ़ोर्स के साथ तसादुम हुआ । पुलिस स्टेशनों पर हमले किए गए और जेल तोड़ने की भी कोशिश की गई । जिस जेल में इन मुल्ज़िमीन को रखा था वहां पर हल्ला बोल दिया गया था ।
मुजरिम क़रार दिए हुए अफ़राद के अरकान ख़ानदान ने पोर्ट सईद के क़ैदख़ाना के रूबरू मुज़ाहिरा किया। वो अपने रिश्तेदारों को जिन्हें मुजरिम क़रार दिया गया है रिहा करने का मुतालिबा कर रहे थे। पुलिस ने एहतिजाजियों को मुंतशिर करने आँसू गैस शॅल इस्तेमाल किए और उन्हें शहर के वस्ती इलाक़ा की सड़कों तक फ़रार होने पर मजबूर कर दिया।
दोनों फ़रीक़ैन की जानिब से रबर की गोलीयां इस्तेमाल की गईं।ये फ़ैसला कई अफ़राद के लिए हैरानकुन था क्योंकि वो सब मुजरिमीन के बरी करने की तवक़्क़ो रखते थे। जज ने अपने फ़ैसला में जो सरकारी टी वी पर रास्त नशर किया गया कहा कि वो अपना फ़ैसला बाक़ी 52 मुल्ज़िमीन के बारे में 9 मार्च को सुनाएंगे।
जिन अफ़राद को सज़ा सुनाई गई है इन में से 9 सयान्ती ओहदेदार हैं। माज़ूल सदर हसनी मुबारक के ख़िलाफ़ शुरू करदा तहरीक की दूसरी सालगिरा के मौक़ा पर मिस्र में अचानक बदअमनी फैल गई है । इस तशद्दुद में 2 पुलिस आफीसर और 26 शहरी हलाक हुए हैं जब कि 280 से ज़ाइद ज़ख़मी बताए गए हैं ।
आज सुबह जज ने जैसे ही फैसले का ऐलान किया इसके बाद से ही शहर में लड़ाई भड़क उठी है । सेक्युरिटी फोर्सेस ने ब्रहम हुजूम को मुंतशिर करने के लिये आँसू गैस शॅल बरसाए । ये हुजूम जेल तोड़ने के लिये आगे बढ़ था । तमाम 21 मुल्ज़िमीन को सज़ाए मौत सुनाई गई है । मैच के दौरान क़ाहिरा के कलब पर हमला किया गया था इस में फुटबॉल के शैदाई हलाक हुए थे ।।