रखीने(म्यांमार): मंगल के रोज़ एक नाव जिसमें रोहिंग्या मुसलमान सवार थे, डूब गयी. मरने वालों की संख्या 21 बतायी जा रही है. असल में ये हादसा आम हादसों से थोडा अलग है इसमें म्यांमार की अल्पसंख्यक आबादी रोहिंग्या मुसलमानों का मसला भी है.
2012 के दंगों में उनकी जो जान माल की हानि हुई वो अलग लेकिन उसके बाद जो 2015 में रिफ्यूजी संकट आया उसे किसी ने ढंग से हल करने की कोशिश नहीं की शायद इसी वजह से आज जब इतना बड़ा हादसा हुआ तो दुनिया ने ख़ामोशी अख्तियार कर ली है.
सिटिज़न की ख़बर के मुताबिक़ ये हादसा सित्तवे के पास हुआ लेकिन इतने बड़े हादसे के बाद भी कोई सरकारी मदद उन्हें नहीं दी गयी है और आगे भी इसकी कोई उम्मीद नहीं मालूम दे रही है